- भारत सरकार ने चीनी टेस्टिंग किट पर लगाई रोक
- राज्य सरकारों को किट इस्तेमाल ना करने के दिये गये निर्देश
- केंद्र सरकार ने कैंसिल किये चीन से ऑर्डर
- चीन ने भारत सरकार के फैसले को पूर्वाग्रह से बताया प्रेरित
दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलाने को लेकर चीन की आलोचना सभी देशों से हो रही है यह सभी को पता है कि चीन के वुहान से ही कोरोना की शुरुआत हुई है हालांकि चीन इस पर बार बार सफाई दे रहा है लेकिन हाल ही में जापान के एक बड़े वैज्ञानिक ने भी दावा किया कि चीन से वुहान से ही कोरोना की उत्पत्ति हुई है और यह प्राकृतिक नही बल्कि मानव निर्मित है। वही कोरोना के बाद अब चीन अपनी टेस्टिंग किट को लेकर फिर से विवादों में आ रहा है। चीन द्वारा बाकी देशों को दी जा रही टेस्टिंग किट में फाल्ट निकल रहा है जिससे अब बाकी देश चीन की आलोचना कर रहे है।
भारत ने भी चीन से बड़ी मात्रा में टेस्टिंग किट मंगाया था लेकिन राज्यों के लगातार शिकायतों के बाद भारत ने भी चीन के इस ऑर्डर को रद्द कर दिया जिसके बाद से चीन भड़का हुआ है चीन ने भारत के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। चीन की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि भारत ने पूरी जांच के बाद ही यह ऑर्डर दिया था फिर अचानक से सभी ऑर्डर कैंसिल कैसे कर सकते है। चीन ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत अपने पूर्वाग्रह के चलते यह फैसला ले रहा है। चीन ने कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि भारत ना सिर्फ अपने ऑर्डर खत्म कर रहा है बल्कि दुनिया में चीन के टेस्टिंग किट को भी खराब बता रहा है जो अंतराष्ट्रीय नियमों का उलंघन है।
Due to wide variation in sensitivity, states have been advised to stop using and return antibody testing kits from Guangzhou Wondfo Biotech and Zhuhai Livzon Diagnostics. It is to clarify that no further order has been placed to these companies. #IndiaFightsCorona @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/s011AYGfpX
— ICMR (@ICMRDELHI) April 28, 2020
चीन दूतावास की प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि कोरोना वायरस की इस लड़ाई में चीन पूरी दुनिया के साथ ईमानदारी से खड़ा है। चीन में तैयार होेने वाला मेडिकल प्रोडक्ट पूरे परीक्षण के साथ तैयार किया जा रहा है ताकि उसमें किसी भी तरह की कमी ना हो और किसी को भी शिकायत का मौका ना मिले। वर्तमान में दुनिया के बहुत से देश चीन के मेडिकल सामानों का इस्तेमाल कर रहे है और उन्हे इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे है। जी रोंग ने कहा कि भारत ने टेस्ट किट की जांच आईसीएमआर और पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ने की थी और इसे इस्तेमाल के लिए सही बताया था फिर अचानक से टेस्ट किट पर भारत कैसे सवाल उठा सकता है। टेस्टिंग के दौरान तय मानकों का ध्यान नहीं रखा गया होगा जिससे परिणाम सही नहीं आ रहे है। चीन की तरफ से कहा गया कि भारत को इस पर फिर से विचार करना चाहिए और इस डील को दोबारा से चालू करना चाहिए। वही भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि इस ऑर्डर के कैंसिल होने से भारत सरकार को कोई भी नुकसान नहीं होगा क्योंकि सरकार ने सभी निर्देशों का पालन किया है और अभी तक इसका पेमेंट भी नहीं किया गया है।
भारत सरकार की तरफ से चीनी टेस्टिंग किट पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है सरकार ने बयान जारी कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को किट के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए कहा है। वही पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल और राजस्थान सरकार की तरफ से यह शिकायत की गयी थी कि चीन से मंगाई गयी टेस्टिंग किट सही परिणाम नहीं बता रही है हालांकि पहले तो सरकार की तरफ से इस पर विश्वास नहीं किया गया लेकिन बाद में सरकार ने भी टेस्टिंग किट का परिक्षण किया जहां परिणाम 100 फीसदी सही नही आ रहे थे जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस चीनी किट पर रोक लगा दी।