केजरीवाल: सरकार का लॉक लाउन का फैसला सही, कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी

  • केजरीवाल ने कहा कोरोना के साथ ही जीना होगा
  • मोदी के लॉक डाउन के फैसले का किया स्वागत
  • दिल्ली को रेड ज़ोन से बाहर करने की मांग 
  • लॉक डाउन सिर्फ बचाव है कोरोना की दवा नहीं
देश में कोरोना को लेकर तीसरी बार लॉक डाउन को आगे बढ़ाया गया है क्योंकि देश के बहुत से इलाके अभी भी संक्रमण से पीड़ित है देश के बाकी इलाको में इसका असर ना हो इसलिए ऐसे इलाकों को रेड जोन में रखा गया है जबकि कम संक्रमण इलाको को कड़े निर्देशों के साथ खोलने की छूट दे दी गयी है। देश की राजधानी दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से कोई भी छूट नहीं दी गयी है और पूरे दिल्ली को रेड जोन में रखा गया है जिससे अब केंजरीवाल की चिंता बढ़ती नजर आ रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहाकि हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी और दिल्ली को भी लॉक डाउन से बाहर निकालना होगा और दिल्लीवासी इसके लिए तैयार भी है। केजरीवाल ने कहा कि अगर भारत सरकार की तरफ से समय पर लॉक डाउन नहीं लगाया गया होता तो आज हमारी भी हालात चीन और अमेरिका जैसी हो सकती थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कोरोना की लड़ाई को लेकर पीएम मोदी के कार्यों की तरीफ की और उन्हे बधाई भी दिया हालाकि केजरीवाल का अचानक से केंद्र की तारीफ के पुल बांधना किसी को भी समझ नहीं आया कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है क्योंकि केजरीवाल भी उन नेताओं में शामिल है जो हमेशा केंद्र की आलोचना करते रहते है। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरका को अर्थव्यवस्था को देखते हुए अब लॉक डाउन को हटाना चाहिए और लोगों के सावधानी के साथ बाहर निकलना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि लॉक डाउन वायरस से बचना की कोई दवा नहीं है बल्कि इससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है लेकिन लॉक डाउन को एक समित समय तक ही लागू किया जा सकता है ज्यादा समय तक लॉक डाउन के रहने से अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर पड़ता है और देश में रोजगार के अवसर कम होने लगते है।
केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की जब तक दवा नहीं आयेगी तब तक इसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता इसलिए पूरे ध्यान से लॉक डाउन को खत्म करना ही होगा अन्यथा लोग बेरोजगारी और भूखमरी से मरने लगेंगे। देश को कब तक दवा मिलेगी इसकी कोई भी जानकारी नहीं है इसलिए पूरे देश से लॉक डाउन को खत्म करने की जरुरत है। वहीं कोरोना के दौरान जो लोग सेवा कर रहे है सभी को उनका सम्मान करना चाहिए और कोरोना योद्धाओं पर हमला करना बहुत ही निंदनीय काम है।
दिल्ली में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या करीब 3700 से ज्यादा की है और 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना का संक्रमण मरकज की वजह से अचानक से फैला था क्योकि सरकार की गाइडलाइन के बाद भी निजामुद्दीन में करीब हजारों तबलीगी जमात के लोग इकट्ठा हुए थे पुलिस की कड़ाई के बाद यह लोग पूरे देश मे फैल गये और छुप कर बैठ गये जिससे राज्य सरकारों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और सभी को ढूंढ कर निकाला गया।

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