राजीव गांधी फ़ाउंडेशन को चीन से मिली फंडिंग, पैसा ले कांग्रेस ने चीन को दिया फायदा?

  • बीजेपी ने राजीव गांधी फ़ाउंडेशन को लेकर उठाया सवाल
  • चीन लगातार राजीव गांधी फ़ाउंडेशन में करता है दान
  • राजीव गांधी फ़ाउंडेशन को लेकर सरकार के पास नहीं कोई रिकॉर्ड
  • विदेश से पैसा लेने से पहले फ़ाउंडेशन लेता है सरकार से इजाज़त?
  • चीन से दान लेकर कांग्रेस सरकार ने उठाये गलत कदम ?
भारत-चीन के बीच सीमा विवाद लगातार जारी है दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प भी हो चुकी है जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गये जबकि चीन के भी 43 से अधिक सैनिक मारे गये लेकिन इन सब से अलग राजनीति विवाद भी तेजी पर है विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर हुई है और भारत-चीन विवाद को लेकर सवाल कर रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार ट्वीट कर सरकार से सवाल करते है कि आखिर भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर देश की जनता को जानकारी क्योंकि नहीं दी जा रही है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्ज़ा कर लिया है हालांकि सरकार की तरफ से राहुल के सवालों का ज़ोरदार जवाब भी दिया जाता रहा है। वहीं अब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाया है। एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान रविशंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि राजीव गांधी फ़ाउंडेशन को चीन से 90 लाख रुपया भेजा गया था आखिर यह क्या था ? कांग्रेस ने इस पैसे का कहां पर उपयोग किया ?
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सवाल करते हुए पूछा कि किसी भी फ़ाउंडेशन को दूसरे देश से पैसा लेने से पहले सरकार से अनुमति लेनी होती है क्या कांग्रेस ने राजीव गांधी फ़ाउंडेशन नें 90 लाख की जो रकम मंगाई थी उसके लिए कोई अनुमति सरकार से ली गयी थी। बीजेपी नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि चीनी दूतावास से यह रकम रिश्वत के तौर पर ली गयी थी और इससे बाद भारत-चीन आयात-निर्यात के सारे नियमों को ताक पर रख कर काम किया गया।  राजीव गांधी फ़ाउंडेशन के 2005-06 के डोनेशन रिकॉर्ड के मुताबिक चीन के कुछ बड़े उद्योगपतियों ने भी इस फ़ाउंडेशन को पैसे दिये थे आखिर ऐसी क्या जरुरत आ पड़ी थी कि इस फ़ाउंडेशन को चीन से पैसा लेना पड़ा था? आखिर इस रिश्वत की रकम को कांग्रेस ने कहां पर इस्तेमाल किया?

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने यहा भी आरोप लगाया कि चीन ने जब भारत की जमीन पर कब्ज़ा किया था तब कांग्रेस सत्ता में थी और 1962 के युद्ध के दौरान भी कांग्रेस की सरकार थी जब भारतीय सेना को चीन के सामने घुटने टेकने पड़े थे। चीन ने जब भारत की जमीन पर कब्ज़ा किया था तब तत्कालीन सरकार ने कोई कार्रवाई क्यों नही की थी ? बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आखिर ऐसा क्या है जो कांग्रेस चीन के साथ रिश्ता निभा रही है और वर्तमान में भी राहुल गांधी चीन के साथ खड़े दिखाई दे रहे है। देश जब एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है तब सभी को देश के साथ खड़ा होना चाहिए। पीएम ने इसके लिए सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी जहां बाकी पार्टियों ने सरकार का साथ देने का वादा किया और कहा कि चीन को कड़ा जवाब देना होगा जबकि कांग्रेस की तरफ से कोई भी चीन के खिलाफ बयान नहीं जारी किया गया।

राजीव गांधी फ़ाउंडेशन की चेयरपर्सन सोनिया गांधी है जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस बोर्ड की सदस्य है। चीन इस फ़ाउंडेशन को काफी समय से दान देता आ रहा है। लेकिन देखने वाली बात यह है कि इस फ़ाउंडेशन में सिर्फ उन लोगों को शामिल किया गया है जो कांग्रेस के बहुत की करीबी है। वर्तमान सरकार के पास फ़ाउंडेशन की कोई भी जानकारी नही है कि वह दान में मिले पैसों को कहा और कैसे खर्च कर रही है। फिलहाल बीजेपी की तरफ फ़ाउंडेशन को लेकर तमाम सवाल किये गये है अब कांग्रेस की तरफ से क्या जवाब मिलता है इसका इंतजार सभी को रहेगा।

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