हिंदी विवेक के इस अंक में १५ अगस्त के मौके पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषणों की प्रमुख बातों की समीक्षा एवं विश्लेषण किया गया है. ‘नेतृत्व का प्रेरणा केंद्र और उसका प्रभाव’ तथा ‘नया भारत बनेगा आत्मनिर्भर’ जैसे आलेखों के जरिये प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को दर्शाया गया है और उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को प्रतिबिंबित किया गया है. इसके अलावा बेंगलुरु में हुए एकतरफा दंगे और उसमें मुस्लिम संगठन पीएफआई एवं एसडीपीआई की साजिश व भूमिका को स्पष्ट रूप से उजागर किया गया है. इसके साथ ही सुशांत सिंह राजपूत मामले में ‘क्यों महाराष्ट्र सरकार सीबीआई जांच से कतरा रही है ?’ और श्रीलंका के बदलते हालात में भारत की भूमिका, प्रगतिशीलता ही हिंदुत्व का परमतत्व, जैन धर्म के लिए परम पवित्र है अयोध्या, डिजिटल रनवे से एक नई उड़ान आदि आलेख आकर्षण के केंद्र है. हिंदी विवेक का यह साप्ताहिक अंक नए रंग रूप और कलेवर में आपको कैसा लगा ? इस पर अपनी राय जरुर दे.











