रोहित सरदाना का दुनिया को अलविदा, आखिरी समय तक करते रहे दूसरों की मदद

कोरोना महामारी की जानकारी पूरी दुनिया तो देने वाले मीडियाकर्मी भी अब इसका शिकार होने लगे है और रोहित सरदाना की मौत के बाद यह लाइन सौ फीसदी सही हो चुकी है। जाने माने न्यूज एंकर रोहित सरदाना की हार्ट अटैक से मौत हो गयी लेकिन वह कोरोना संक्रमित भी थे। रोहित सरदाना की तबियत कुछ दिनों से खराब चल रही थी जिसके बाद उन्होने अपना कोविड टेस्ट कराया था और रिपोर्ट निगेटिव आयी थी लेकिन बिगड़ती बतियत ने उन्हे चिंतित किया और फिर उन्होंने सीने का सीटी स्कैन कराया तो पता चला कि वह उनके फेफड़ों में कोरोना का संक्रमण है। रोहित का लगातार इलाज जारी था लेकिन इसी बीच 30 अप्रैल को खबर आयी कि रोहित की मौत हो गयी।

मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना की मौत की खबर के लिए कोई भी तैयार नही था नतीजा जिसने भी सुना वह पहले तो विश्वास ही नहीं कर सका और जब तक विश्वास किया उसके हाथ पैर फूलने लगे। रोहित के जाने की खबर से पूरा मीडिया जगत मायूस हो गया है। राजनीति जगत के लोग भी रोहित के काम से प्रभावित थे लिहाजा उन्हे भी इस खबर पर यकीन नहीं हो रहा था। रोहित की मौत के बाद सोशल मीडिया पर भी शोक की लहर दौड़ गयी आम से लेकर खास तक सभी ने रोहित के लिए ट्वीट किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी रोहित की मौत पर ट्वीट किया और लिखा कि पत्रकार रोहित की मौत की खबर बेहद दुखदायी है। उनका असामयिक निधन मीडिया जगत के लिए एक बड़ी क्षति है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, रोहित सरदाना हमें बहुत जल्दी छोड़कर चले गये। मददगार और देश की प्रगति के प्रति हमेशा आगे रहने वाले पत्रकार रोहित के जाने का गम हमेशा रहेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।

जी न्यूज के वरिष्ठ एंकर सुधीर चौधरी को रोहित के जाने का बड़ा झटका लगा क्योंकि वह दोनों ने काफी समय तक एक साथ काम किया है। सुधीर चौधरी ने ट्वीट कर बताया कि उन्होने जब यह खबर सुनी तो उनके हाथ कांपने लगे, उन्हे यह अंदाजा नहीं हुआ था कि यह वायरस अपने करीब से किसी को उठा ले जायेगा। मैं इसके लिए तैयार नहीं था यह भगवान की नाइंसाफी है।

अगर सोशल मीडिया पर नजर डालें तो ना जाने ऐसे कितने ट्वीट और मैसेज होंगे जिसमें सिर्फ यही लिखा है कि रोहित की ऐसी खबर के लिए कोई तैयार नही था। आज शाम को ना जाने कितने लोगों को इंतजार रहा होगा कि वह रोहित को बतौर एंकर फिर से देखेंगे लेकिन उनका यह इंतजार अब कभी ना खत्म होने वाला हो गया। रोहित की एंकरिंग में एक जिंदादिल इंसान होता था जो खुलकर मुद्दों पर बात करता था, सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत थी, जिससे वह एक शो नहीं बल्कि एक हकीकत बन जाता था। रोहित सरदाना ने बहुत ही कम समय में एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया था और देश के मशहूर चैनलों के साथ काम करने का भी गौरव मिला था। रोहित की हिन्दी भाषा पर काफी अच्छी पकड़ थी जिससे वह एक अच्छा डिबेट कर लेते थे उनके इन्हीं कामों की वजह से उन्हें साल 2018 में गणेश विद्यार्थी अवार्ड से पुरस्कृत किया गया था। रोहित को इसके अलावा भी कई पुरस्कार मिल चुके थे।

हरियाणा के जन्मे रोहित सरदाना एक अच्छे एंकर होने के साथ साथ एक मददगार इंसान भी थे और इसका उदाहरण आप उनके ट्वीट को देखकर लगा सकते है क्योंकि अपनी मौत से एक दिन पहले तक जब वह खुद बीमार थे तब भी उन्होने ट्वीट के माध्यम से लोगों की मदद करने की कोशिश की थी। उनके ट्वीट उनके कामों को बयां कर रहे है। रोहित सरदाना के ट्विटर हैंडल पर आप जाकर देखेंगे तो आप को पता चलेगा कि उन्होंने समाज की मदद के लिए भी हमेशा आवाज उठाने का काम किया था।

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