सोशियल मीडिया एक वरदान

पिछले 10 वर्षों में मुझे कुछ ऐसे सत्य पता चले जो हैरान करने वाले थे।

  1. सोशल मीडिया से मुझे यह पता चला कि “पत्रकार” निष्पक्ष नही होते। वे भी किसी खास विचारधारा से जुड़े होते हैं।
  2. लेखक, साहित्यकार भी निष्पक्ष नहीं होते। वे भी किसी खास विचारधारा से जुड़े होते है।
  3. साहित्य अकादमी, बुकर, मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त बुद्धिजीवी भी निष्पक्ष नहीं होते।
  4. फिल्मों के नाम पर एक खास विचारधारा को बढ़ावा दिया जाता है। बॉलीवुड का सच पता चला।
  5. हिन्दू धर्म को सनातन धर्म कहते हैं और देश का नाम हिंदुस्तान है, क्योंकि यह हिंदुओं का इकलौता देश है।
  6. हिन्दू पर्सनल लॉ और मुस्लिम पर्सनल लॉ अलग हैं, यह भी सोशल मीडिया ने ही बताया। नेहरू ने हिन्दू पर्सनल लॉ को समाप्त कर दिया। लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ को रहने दिया।
  7. जातिवाद, बाल विवाह, पर्दा प्रथा हजारों वर्ष पूर्व सनातनी नही बल्कि मुगलों के आगमन से उपजी कु-व्यवस्था थी, जिसे अंग्रेजों ने सनातन से जोड़कर हिन्दुओ को बांटा। उसे लिखित इतिहास बनाया।
  8. किसी समय भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म पूरे विश्व में फैला था।
  9. वास्कोडिगामा का सच ये था कि वह एक लुटेरा, धोखेबाज था और किसी भारतीय जहाज का पीछा करते हुए भारत पहुंचा।
  10. बप्पा रावल का नाम, काम और और अद्भुत पराक्रम सुना। उनसे डरकर 300 वर्ष तक मुस्लिम आक्रांता इधर झांके भी नहीं।
  11. बाबर, हुमायूँ, अकबर, औरंगजेब, टीपू सुल्तान सहित सभी मुगल शासक क्रूर, हत्यारे, इस्लाम के प्रसारक और हिंदुओं का नरसंहारक थे, यह सच पता चला।
  12. ताज़महल, लालकिला, कुतुब मीनार हिन्दू भवन थे, इनकी सच्चाई कुछ और थी।
  13. जिसे लोग व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी कहकर मजाक उड़ाते हैं, उसी ने मुझे महात्मा गांधी के “ब्रह्मचर्य के प्रयोग” और हेडगेवार, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल व हिन्दू समाज के साथ कि गई गद्दारी की सच्चाई बताई।
  14. गांधी जी की तुष्टिकरण और भारत विभाजन के बारे में ज्ञान हुआ।
  15. नेहरू की असलियत, उनके इरादे, उनकी हरकतें, पता चली।
  16. POK (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) के बारे में भी इन 10 वर्षों में जाना कि कैसे पाकिस्तान ने कब्जा किया। और कौन लोग POK को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं।
  17. अनुच्छेद 370 और उससे बने नासूर का पता चला।
  18. कश्मीर में दलितों को आरक्षण नहीं मिलता, यह भी अब पता चला। 
  19. AMU में दलितों को आरक्षण नहीं मिलता, वह संविधान से ऊपर है।
  20. जेएनयू की असलियत, वहाँ के खेल और हमारे टैक्स से पलने वाली टुकड़े टुकड़े गैंग का पता चला। यह भी संविधान से ऊपर है ।
  21. पता चला कि वामपंथी-देशद्रोही विचारधारा में कोई फर्क नहीं ।
  22. जय भीम समुदाय के बारे में पता चला। भीमराव आंबेडकर के नाम पर उनके मत से सर्वथा भिन्न खेल का पता चला। मीम भीम दलित और हिन्दू दलित अलग होते है पता चला।
  23. मदर टेरेसा की असलियत अब जाकर ज्ञात हुई।
  24. ईसाई मिशनरी और धर्मांतरण के बारे में पता चला।
  25. समुदाय विशेष में तीन तलाक, हलाला, तहरुष, मयस्सर, मुताह जैसी कुरीतियों के नाम भी अब जाकर सुना। इनका मतलब जाना।
  26. अब मुझे पता चला कि धिम्मी, काफिर, मुशरिक, शिर्क, जिहाद, क्रुसेड जैसे शब्द हिन्दुओं के लिए क्या संदेश रखते हैं।
  27. सच बताऊं, गजवा ए हिन्द के बारे मे पता भी नहीं था। कभी नाम भी नहीं सुना था। यह सब इन 6 वर्षों में पता चला। स्टॉकहोम सिंड्रोम और लव जिहाद का पता चला।
  28.  सेकुलरिज्म की असलियत अब पता चली। मानवाधिकार, बॉलीवुड, बड़ी बिंदी गैंग, लुटियंस जोन इन सबके लिए तो हिन्दू एक चारा था।

    29. पृथ्वीराज चौहान, छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, खुदीराम बोस, चाफेकर बंधू, वीर सावरकर               इत्यादि के बारे में असली तथ्य छिपाए गए ।

   30. भारतीय इतिहास के नाम पर हमें झूठा इतिहास पढ़ाया गया, जिन मुगलों ने हमे लूटा, हम पर अत्याचार किया उन्हें महान बताया गया।

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