विकास की राह पर आगे बढ़ता जम्मू कश्मीर – मनोज सिन्हा

धारा ३७० हटने के बाद जम्मू कश्मीर विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और सकारात्मक परिवर्तन वहां अब दिखाई देने लगा है इसलिए कश्मीर घाटी में पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने लगी है. सैलानियों के आने से स्थानीय लोगों के व्यवसाय-रोजगार में बढ़ोत्तरी हो रही है. गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद सर्वाधिक निवेश जम्मू-कश्मीर में हुआ है. राज्य में 21, 640 यूनिट स्थापित की गई है. जम्मू कश्मीर में अब आतंकवाद पर नहीं अपितु विकास के विषय को लेकर चर्चा होती है. मुंबई में आयोजित ‘बदलता जम्मू कश्मीर, नए कदम नई तस्वीर’ कार्यक्रम के दौरान उक्त वक्तव्य जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिया.

इस सकारात्मक बदलाव का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए उन्होंने आगे कहा कि बारामुला एवं सोफिया आतंकवाद का गढ़ माना जाता था परन्तु पुलवामा हमले के बाद सब कुछ बदल गया है. वहां पर आयोजित तिरंगा यात्रा इसका अच्छा उदाहरण है.

पहले ३७० की आड़ में भ्रष्टाचार फैला हुआ था. देश के ८९० कानून जम्मू कश्मीर में लागू नहीं थे इसलिए उसका लाभ जनता को नहीं मिलता था. केंद्र सरकार की ओर से जो विकास निधि भेजी जाती थी, उसका फायदा बीते ७२ वर्षों से कुछ लोगों को ही मिलता था और केवल उन्ही का विकास हो रहा था. उन्होंने ३७० को अलगाववाद, आतंकवाद, भेदभाव, भाई भतीजावाद को भ्रष्टाचार का मूल कारण बताया.

दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के बिना ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार नहीं किया जा सकता है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने धारा 370 को हटाकर जम्मू कश्मीर के लोगों को खुशहाली दी है. विगत ३ वर्षों में राज्य का विकास तेजी से हो रहा है. यह उपलब्धियां जम्मू कश्मीर को मजबूत बनाने और आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित कर रही है. इसके अलावा उन्होंने राज्य की विकास परियोजनाओं, उद्योग-व्यवसाय, रोजगार सृजन, पर्यटन, फिल्म शूटिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, आर्थिक विकास आदि विषयों पर विस्तार से अपने विचार प्रकट किए.

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, विधायक कालिदास कोलंबकर, कैप्टन तमिल सेल्वन, आर.यु. सिंह, सुमिता सुमन सिंह, राजेन्द्र अग्रवाल सहित अनेक पदाधिकारी एवं गणमान्य जन उपस्थित थे. मुंबई के दादर स्थित राजा शिवाजी विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम का संचालन दयानंद जूनियर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य राम अनुज सिंह ने किया.

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