हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
मनोरोगों का कारण हैं द्विमुखी व्यक्तित्व

मनोरोगों का कारण हैं द्विमुखी व्यक्तित्व

by हिंदी विवेक
in विशेष, संस्कृति, सामाजिक, स्वास्थ्य
0

“क्रिया”, “विचारणा” एवं “भावना” के तीनों ही क्षेत्रों में एकरूपता हो तो मनुष्य असामान्य व्यक्तित्व का स्वामी बन सकता है। इसके विपरीत इन तीनो में एकता न होने पर विकासक्रम अवरूद्घ हो जाता है । सामान्यतया इन तीनों में एकता कम ही स्थापित हो पाती है । प्रायः युग्म दो का बन जाता है । प्रत्यक्ष दिखाई पड़ने वाला व्यक्तित्व उन्हीं के समन्वय से बनता है, जिसे ज्ञात व्यक्तित्व कहते हैं ।

अपने इस व्यक्तित्व का बोध अधिकांश व्यक्तियों को होता है । संभव है कि मनुष्य अपने ज्ञात स्वत्व में चरित्रवान, आदर्शवादी एवं सिद्धांतनिष्ठ हो, किंतु अज्ञात व्यक्तित्व में अनुदार, अनैतिक, क्रूर एवं व्यभिचारी हो सकता है । इसका प्रमाण कितने ही व्यक्तियों में मिलता रहता है । नीति, सदाचार, आदर्श एवं सिद्धांत की बातें करते कितने ही व्यक्ति देखे जाते हैं, किंतु लोभ-मोह के, वासना-तृष्णा के अवसर आते ही वे उस प्रवाह में बह जाते हैं । इसका कारण यह होता है कि भीतरी अज्ञात व्यक्तित्व में निकृष्ट प्रवृतियों के संस्कार ही जड़ जमाए रहते हैं और अवसर उपस्थित होते ही प्रबल हो उठते तथा बाह्य प्रत्यक्ष व्यक्तित्व पर हावी हो जाते हैं ।

न चाहते हुए भी कितनी ही बार मनुष्य कितने ही ऐसे कार्य कर जाते हैं, जो सामाजिक एवं नैतिक दृष्टि से अनुचित होते हैं और जिसके लिए वे बाद में भारी पश्चाताप करते हैं । यह अचेतन व्यक्तित्व का ही प्रभाव है कि मनुष्य अपने को अशक्त एवं असमर्थ पाता है । मनोवैज्ञानिकों का मत है कि बाह्य-भीतरी सामंजस्य न होने से द्विमुखी व्यक्तित्व का निर्माण होता है । “डबल पर्सनैलिटी” को मनोवैज्ञानिक क्षेत्र में सभी प्रकार के मनोरोगों का कारण माना गया है ।

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: dual personalitymindpsychologyregretsocial appropriateness

हिंदी विवेक

Next Post
अत्यन्त प्रहारक है प्रलय प्रक्षेपास्त्र

अत्यन्त प्रहारक है प्रलय प्रक्षेपास्त्र

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0