चुनाव आयोग ने कर दिया बहुत बड़ा खेल

अभी तक आपने ईवीएम के बारे में सुना था लेकिन अब एक नई मशीन आने वाली है आरवीएम, ईवीएम का मतलब है इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन लेकिन आरवीएम का मतलब है रिमोट वोटिंग मशीन।

मान लीजिए कि आपका पोलिंग बूथ अयोध्या के किसी गांव में है लेकिन आपको नौकरी की मजबूरी के चलते मुंबई में रह रहे हैं तो मुंबई में ही आपके वोट डालने की व्यवस्था कर दीजिएगा । इसी व्यवस्था को कहा जा रहा है रिमोट वोटिंग मशीन यानी आरवीएम।

इस तरह की सुविधा वाले पोलिंग बूथ को एक नया नाम दिया जाएगा आरपीबी यानी रिमोट पोलिंग बूथ । एक रिमोट पोलिंग बूथ से इलाके के 72 निर्वाचन क्षेत्र जुड़े होंगे । पिछले लोकसभा चुनाव में यानी 2019 में 67 प्रतिशत वोट पड़ा था और करीब 30 करोड़ लोग इसलिए वोट नहीं डाल पाए थे क्योंकि वो नौकरी की मजबूरी के चलते अपने पोलिंग बूथ पर नहीं पहुंच सके थे ।

देश की 8 राष्ट्रीय पार्टियों और 57 क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं को 16 जनवरी को चुनाव आयोग ने बुलाया है ताकी रिमोट वोटिंग मशीन का परीक्षण निष्पक्ष रूप से कर सकें । 31 जनवरी तक इन सभी राजनीतिक दलों को अपनी प्रतिक्रिया देनी है ।

इन आरवीएम को कोई हैक नही कर सके इसलिए इसे किसी इंटरनेट कनेक्शन से नहीं जोड़ा जाएगा ।

मित्रों आपको याद होगा कि यूपी के विधानसभा चुनाव में योगी को हटाने के लिए मुसमलानों ने दुबई अरब से आकर वोट डाले थे । लेकिन बाहर रहने वाले हिंदुओं ने कोई रुचि नहीं दिखाई । इस वजह से योगी आदित्यनाथ की 20 से 25 सीटें घट गई थीं । लेकिन अब आरवीएम की मदद से बीजेपी का बाहर रहने वाला वोटर भी वोट डाल सकेगा जिससे बीजेपी को बंपर फायदा होने की उम्मीद है वोट प्रतिशत बढेगा तो चुनाव में मुस्लिम वोट का दबदबा काफी हद तक खत्म हो जाएगा।

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