अयोध्या में एक के बाद एक कई परियोजनाओं पर क्रियान्वयन किया जा रहा है, ऐसे में जल्द ही यह शहर दुनिया के सामने एक रोल मॉडल के रुप में होगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, आधुनिक सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन, डिजिटल संग्रहालय, सरयू में क्रूज का संचालन प्रस्तावित है।
हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्रीराम की नगरी अयोध्या और श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा तथा शिव की नगरी काशी, आस्था, शक्ति ,ऊर्जा, प्रेरणा एवं आदर्श का प्रतीक हैं। राम उनके नायक हैं। यही कारण है की अखंड भारत भूमि के नायक श्रीराम की नगरी अयोध्या को विश्व नगरी बनाने का संकल्प लेते हुए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयत्नरत हैं। पूरी दुनिया में शांति और समृद्धि का संदेश भारत के इस अयोध्या शहर से दिया जाए जिसका अर्थ ही होता है अ – योद्धा मतलब युद्ध विहीन राज्य शासन व्यवस्था की स्थापना।
एक ओर जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से इस स्वप्न को साकार करने के लिए मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी एकाग्रता से लगे हैं । अयोध्या को उसका गौरवशाली स्वरूप देने, श्रद्धालुओं की सुविधाएं और विभिन्न परियोजनाओं,कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। स्वप्न एक है अयोध्या को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर आध्यात्मिक धार्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करना। इस स्वप्न को साकार करने के लिए तीन लक्ष्य निर्धारित किए गए है पहला अयोध्या आस्था क्षेत्र को सनातन परंपरा के अनुसार आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करना दूसरा अयोध्या आस्था क्षेत्र को सर्व समावेशी वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना और तीसरा अयोध्या विकास क्षेत्र को सतत आत्मनिर्भर नगर के अनुरूप विकसित करना।
विभिन्न परियोजनाओं का विवरण इस प्रकार है
- वायु-मार्ग से अयोध्या पहुंचने के लिए श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण
- अयोध्या रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाना।
3 विभिन्न शहरों से अयोध्या पहुंचने वाले मार्ग को चार और छह लेन में परिवर्तित किया जाना।
4.अयोध्या में आने वाले छह प्रमुख मार्गों पर श्रीराम मंदिर के डिजाईन के तर्ज पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने की योजना
5 इसके साथ ही धर्मशालाओं का निर्माण भी प्रस्तावित है जिनमें तीस हजार श्रद्धालु रात्रि विश्राम कर सकते हैं।
- भव्य अयोध्या की परिकल्पना के तहत नगर के तेरह किलोमीटर मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है।
- इस मार्ग के दोनों ओर रामायण कालीन वृक्षों की छाया भी उपलब्ध कराई जाएगी।
- श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्रृंगार से श्रीराम मंदिर और सुग्रीव किले से श्रीराम मंदिर के मार्ग निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
- नगर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली और मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा रहेगी।
10.अयोध्या प्रमुख आध्यात्मिक यात्रा पंचकोशी के मार्ग को विश्वस्तरीय बनाने के साथ-साथ संपूर्ण परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले दो सौ आठ पौराणिक महत्व के स्थलों पर अनुसंधान कर उनको भी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित करवाया जा रहा है।
- अयोध्या के चारों ओर पैंसठ किलोमीटर की बाहरी रिंग रोड का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा शीघ्र ही प्रारंभ हो जाएगा।
- अयोध्या के निकट बारह सौ एकड़ में पूर्ण रूप से वैदिक संदर्भों के एक नई टाउनशिप का निर्माण किया जा रहा है जिनमें मुख्य रूप से आश्रम, मठ, उच्च स्तरीय होटल, राज्य के तथा अन्य इच्छुक देशों के अतिथि गृह बनाए जाना प्रस्तावित है
- हरित ऊर्जा प्रदुषण मुक्त गतिशीलता और ईको फ्रेंडली सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाने वाले इस उपनगर के बीच में एक ब्रह्म स्थान रहेगा जिसका संदेखन श्रीराम मंदिर के शिखर के अनुरूप होगा
- सरयू नदी के दोनों ओर के तटीय विकास की परिकल्पना इस नगरी की शोभा में वृद्धि करेगी।
15.गुप्तार घाट से जानकी घाट तक के विकास और सुंदरीकरण की परियोजना जल शक्ति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत स्वीकृति हेतु प्रस्तुत की गयी है
- अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए भव्य पर्यटन सुविधा केंद्र नया घाट के निकट बनाया जाना प्रस्तावित है।
- उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा श्रीराम कथा संग्रहालय को डिजिटल संग्रहालय बनाया जा रहा है
- श्रीराम स्मृति वन का विकास प्रस्तावित है जिसमें श्रीराम के चौदह वर्ष के वनवास की कथाओं को विभिन्न माध्यमों से सजीव किया जाएगा
- रामायण सर्किट की भांति सप्तपुरी सर्किट में भी अयोध्या को जोड़ने से पर्यटन विकास की संभावनाओं को बल मिलेगा तथा पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी
20.प्रधान मंत्री की प्रेरणा से सरयू में क्रूज का संचालन प्रस्तावित है।
21.कुंडों का नगर कहे जाने वाले अयोध्या के एक सौ आठ से भी अधिक कुंडों का पुनर्जीवन किया जा रहा है
- जनवरी में श्रीराम अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन भी हो रहा है। अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करना, अंतरराज्यीय जल मार्ग का विकास, इनलैंड वॉटर अथॉरिटी का स्टेट लेवल पर भी गठन का प्रस्ताव भी पास किया गया जिससे अयोध्या के विकास को गति मिलेगी। अयोध्या के विशेष विकास के लिए करीब 30 हजार 500 करोड़ की 178 योजनाओं पर तेजी से काम पूरा करने के साथ अयोध्याधाम तीर्थक्षेत्र परिषद का भी गठन हुआ। अयोध्या शोध संस्थान को बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय शोध केंद्र के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव हुआ। अयोध्या में 130 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 4.40 एकड़ क्षेत्र में टूरिज्म फैसिलिटेशन सेंटर विकसित करने की कार्य योजना पर कार्य हुआ।उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग अयोध्या में नेशनल हाइवे 330 व नेशनल हाइवे 27 से कनेक्टिविटी को ध्यान में रखकर पूर्व निर्धारित जगह पर इस टूरिज्म सेंटर का विकास करने जा रही है।
नगरीय विकास की कई परियोजनाएं तो है सरकारें जिस गति और जिस भाव से अयोध्या के विकास पर काम कर रही है अयोध्या एक दिन देश का ही नहीं दुनिया के लिए रोल मॉडल और आदर्श एवं पर्यटन का केंद्र होगा।