अखिल विश्व के प्रेरणास्रोत राम

Continue Readingअखिल विश्व के प्रेरणास्रोत राम

श्रीराम के स्वरूप एवं संदेश का प्रसार श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार से लेकर लाओस तक की संस्कृति में स्पष्ट दिखाई पड़ता है। गैर-हिन्दू समुदाय भी उन्हें उतनी ही श्रद्धाभाव से पूजते हैं, जितना कि हिन्दू। इंडोनेशिया दुनिया का सबसे अधिक मुस्लिम आबादी का देश है। लेकिन भारत की भांति यहां भी कण-कण में राम व्याप्त हैं।

स्मार्ट सिटी अयोध्या

Continue Readingस्मार्ट सिटी अयोध्या

अयोध्या में एक के बाद एक कई परियोजनाओं पर क्रियान्वयन किया जा रहा है, ऐसे में जल्द ही यह शहर दुनिया के सामने एक रोल मॉडल के रुप में होगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, आधुनिक सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन, डिजिटल संग्रहालय, सरयू में क्रूज का संचालन प्रस्तावित है।

खत्म हुआ इंतजार दर्शन देंगे श्रीराम

Continue Readingखत्म हुआ इंतजार दर्शन देंगे श्रीराम

मंदिर के पत्थरों पर होने वाली नक्काशी केवल मनमोहक कृतियां ही नहीं होंगी बल्कि श्रद्धालु त्रेता युग के दर्शन करेंगे। मंदिर हजारों वर्षों तक सुरक्षित रहें और उसके अनुरुप मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।  राम नगरी सज-धज कर तैयार है बस अब बारी है मंदिर के कपाट खुलने का। 

आध्यात्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र

Continue Readingआध्यात्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र

धर्म और अध्यात्म का अनूठा संगम है अयोध्या। श्रीरामलला के मंदिर का कपाट खुलते ही अयोध्या पर्यटन का एक मुख्य केंद्र भी बन जाएगा। देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक भगवान श्रीराम के दर्शन कर प्राकृतिक सौंदर्य बिखेरते अयोध्या घूमेंगे।

मंदिर का अर्थ तंत्र

Continue Readingमंदिर का अर्थ तंत्र

अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दर्शन के बाद या तो आप पांच सितारे होटल में रुक सकते है। शॉपिंग मॉल में खरीदारी के साथ ही जंक-फूड का मजा ले सकते है। इसके बाद आप हवाई यात्रा से सफर कर घंटों में अपने गंतव्य तक पहुंच सकते है। ये सारी सुविधाएं आपके लिए और इससे आर्थिक सबलीकरण अयोध्या को मिलने वाला है, जो बड़ी आर्थिक प्रगति का संकेत है।

मंदिर का शिल्प, सौंदर्य व तकनीक

Continue Readingमंदिर का शिल्प, सौंदर्य व तकनीक

राम मंदिर में आस्था के साथ-साथ शिल्प सौन्दर्य एवं तकनीक का बेजोड़ संगम देखने को मिलेगा। मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण मकराना संगमरमर से हुआ है, वहीं प्रवेश द्वार पूर्व दिशा में सरयू तट की ओर होगा। मंदिर में 5 द्वार, 24 दरवाजे हैं। कुल 4 द्वार पार करने पर गर्भगृह में बालरूप भगवान राम के दर्शन होंगे।

राष्ट्रीय एकात्मता का आधार

Continue Readingराष्ट्रीय एकात्मता का आधार

500 सालों से ज्यादा की प्रतीक्षा अब खत्म होने जा रही है। वह समय आ गया है जब पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कपाट खुलते ही भक्त भगवान श्रीराम के दर्शन कर सकेंगे। पूरे हर्षोंउल्लास के साथ आगामी 22 जनवरी की लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं। आस्था के साथ अयोध्या अब पर्यटन का केंद्र भी बन गया है। 

परिंदा भी पर न मार सके

Continue Readingपरिंदा भी पर न मार सके

अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर के कपाट खुलते ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ेगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस रामनगरी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है। सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा। एंटी ड्रोन तकनीक की भी व्यवस्था की गई है। मंदिर के आसपास के इलाके में किसी को मैपिंग करने की अनुमति नहीं है।

सज-धज कर तैयार रामनगरी

Continue Readingसज-धज कर तैयार रामनगरी

फाइव स्टार होटल, रिसॉर्ट्स, एयरपोर्ट, शॉपिंग मॉल, फूड प्लाजा, दूधिया प्रकाश से जगमगाता यह किसी महानगर की नहीं बल्कि रामनगरी अयोध्या की बात हो रही है। चौकिएं मत! आप श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए यह नगरी सज रही है। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस शहर में आपके ऊपर सीसीटीवी की पैनीं नजर रहेगी कि कहीं आपको कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। सरकार की ओर से कई सुविधाएं और व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

हर घर अयोध्या बने

Continue Readingहर घर अयोध्या बने

हर मनुष्य में रामत्व होना चाहिए। हर घर में रामराज्य होना चाहिए। संतुलित जीवन, उचित आहार, उचित शिक्षा, संस्कारित दिनचर्या, सकारात्मक विचार और कुशल जीवन शैली को अपने जीवन में उतारना चाहिए। आने वाली पीढ़ी को यह मार्ग वर्तमान पीढ़ी ही दिखा सकती हैं तभी रामराज्य का संकल्प सार्थक होगा।

वास्तुशास्त्र और शिल्पशास्त्र का अनूठा संगम

Continue Readingवास्तुशास्त्र और शिल्पशास्त्र का अनूठा संगम

नवनिर्मित राम मंदिर में ‘नागर शैली’ का उपयोग किया गया है। मुख्य गर्भगृह 20 गुणा और 20 फीट का अष्टकोणीय आकार में है, जो भगवान विष्णु के 8 रूपों को दर्शाता है। मंदिर में 366 स्तंभ होंगे। प्रत्येक पर 16 मूर्तियों को दर्शाया गया है। जिसमें शिव के विभिन्न अवतारों, दशावतारों, चौसठ योगिनियों से लेकर देवी सरस्वती के बारह रूपों तक की दिव्य आकृतियां प्रदर्शित होंगी।

राम मंदिर के संघर्ष की कहानी

Continue Readingराम मंदिर के संघर्ष की कहानी

आक्रमण और प्रतिरोध व प्रतिशोध की चिंगारी अयोध्या के राम मंदिर पर मुगल-काल से ही छिटक रही है। आक्रमणकारी मोहम्मद बिन कासिम से लेकर औरंगजेब द्वारा काशी, मथुरा, अयोध्या और सोमनाथ के मंदिरों को बार- बार तोड़ा गया। वहीं मुगल वंश के शासकों ने मंदिर तोड़ कर उसी स्थान पर मस्जिद बनाने की शुरुआत की। 

End of content

No more pages to load