फ्रांस विश्व विजेता

एस.जे.सागर

फीफा विश्व कप फ्रांस की जीत के लिए जितना यादगार रहेगा, उतना ही सनसनीखेज परिणामों, पुरस्कार राशि, वीडियो रेफरल सिस्टम, भारत की उपस्थिति, खिलाड़ियों के स्टाइल, नेमार चैलेंज सहित अन्य बातों के लिए के लिए याद रखा जाएगा।

फुटबॉल ऐसा खेल है, जहां उस छोटी सी गेंद के  पीछ सिर्फ खिलाड़ियों की ही नहीं; खेलप्रेमियों के दिलों की धड़कनें भी तेज होती हैं। और जब यही खेल पूरे एक माह तक विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों के बीच चले, तब जूनून, रोमांच, और दीवानगी की सारी हदें पार हो जाती हैं। हम बात कर रहे हैं, पिछले महीने रूस में सम्पन्न हुए फुटबॉल विश्व कप की, जहां विश्व कप फुटबॉल के 21 वें संस्करण का आयोजन हुआ। फाइनल मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4/2 से हराकर शानदार जीत दर्ज करते हुए दूसरी बार विश्व विजेता का ताज पहना।

हर बार विश्व कप अपने साथ कुछ नया देता है तो कुछ इतिहास बनाता है, नए फुटबॉल सितारों का दुनिया से परिचय करवाता है, कुछ पुराने खिलाड़ियों को सोचने पर मजबूर करता है। यह विश्व कप भी अपने सनसनीखेज परिणामों, पुरस्कार राशि, वीडियो रेफरल सिस्टम, विश्व कप में भारत की उपस्थिति, खिलाड़ियों के स्टाइल, नेमार चैलेंज सहित अन्य बातों के लिए के लिए याद रखा जाएगा।

इस विश्व कप के खास पहलुओं पर एक नजर 

रूस की मेजबानी में 14 जून से 15 जुलाई 2018 तक सम्पन्न हुए इस फुटबॉल विश्व कप में विश्व की सर्वश्रेष्ठ 32 टीमों के सर्वश्रेष्ठ 736 खिलाड़ियों पर दुनिया भर के खेलप्रेमियों की निगाहें लगी रहीं। टीमों के बीच विश्व कप फुटबॉल का सिरमौर बनने के लिए कड़े मुकाबले देखने को मिले। इस विश्व कप में खिताब की प्रवल दावेदार मानी जा रही कई बड़ी टीमों को उलटफेर का शिकार होकर घर वापस लौटना पडा। जर्मनी, पुर्तगाल, अर्जेंटीना, स्पेन, इटली, ब्राजील जैसी उच्च रैंकिंग वाली और नामचीन खिलाड़ियों से सजी टीमों को खिताब की दौड़ से बाहर कर के फ्रांस और 40 लाख की आबादी वाले क्रोएशिया के बीच खिताब के लिए हुई जंग में बाजी फ्रांस के हाथ लगी। फ्रांस ने 20 साल बाद विश्व कप ट्रॉफी अपने नाम की। इससे पहले साल 1998 में वह वर्ल्ड चैंपियन बना था।

जीत के रचयिता कोच डिडिएर डेसचौंप्स

फ्रांस के कोच डिडिएर डेसचौंप्स दुनिया के ऐसे तीसरे व्यक्ति हैं, जिन्होंने बतौर कोच और खिलाड़ी वर्ल्ड कप जीता है। वर्ष 1998 में डेसचौंप्स की कप्तानी में ही फ्रांस ने वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की थी। डेसचौंप्स से पहले मारियो जगालो और फ्रैंज बैकनबेयुर ये कारनामा कर चुके हैं।

 

पुरानों ने किया निराश, नए का मिला साथ

विश्व कप 2018 की शुरूआत से ही विश्व फुटबॉल के सितारों जैसे लियोनल मेसी, नेमार,, रोनाल्डो, सुआरेज आदि  को लेकर खेलप्रेमियों में एक अलग ही तरह का उत्साह बना था, हो भी क्यो ना आखिर इन फुटबॉल के सितारों ने अपनी काबिलियत और खेल कौशल के चलते यह मुकाम हासिल किया है, क्योंकि अगर यह मैच के दौरान अपनी लय में हो तो इन्हे रोकना मुश्किल होता है, लेकिन बदकिस्मती से ये सितारे अपनी काबिलियत और खेल कौशल के अनुसार प्रर्दशन करने में नाकाम रहे और उनका विश्व कप जीतने का सपना, सपना बनकर ही रह गया। अपने इन सितारों की नाकामी से निराश खेलप्रेमियों को इस विश्व कप से ना सिर्फ नया विश्व विजेता मिला बल्कि किलियन एमबाप्पे, हैरी केन, लुका मोड्रिक, एंटोने ग्रिजमेन आदि नए फुटबॉल सितारों का दुनिया से परिचय करवाया है, जो कि विश्व में अपनी छटा बिखेरने के लिए तैयार हैं।

पुरस्कार राशि

इस खिताब को जीतने वाली टीमों को पिछले बार की अपेक्षा ज्यादा धन राशि पुरस्कार राशि के रूप में मिली। साथ ही फीफा विश्व कप में भाग लेने वाली हर टीम को भी राशि दी गई।

दूसरी बार फीफा विश्व कप खिताब जीतने वाले फ्रांस को 38 मिलियन डॉलर (करीब 260 करोड़ रुपए) और उससे हार कर उपविजेता बने क्रोएशिया को 28 मिलियन डॉलर (192 करोड़ रुपए) पुरस्कार राशि के रूप में मिले।

तीसरे नंबर पर रही बेल्जियम टीम को मिले 164 करोड़ रुपए और चौथे नंबर पर रही इंग्लैंड को 151 करोड़ रुपए मिले।

क्वार्टर फाइनल में हार जाने वाले उरुग्वे, ब्राजील, स्वीडन और रूस के हिस्से में 110-110 करोड़ रुपए आए।

राउंड 16 में हारने वाली अर्जेंटीना, पुर्तगाल, डेनमार्क, स्पेन, मैक्सिको, जापान, स्विट्जरलैंड, कोलंबिया की टीमों को 82-82 करोड़ रुपए मिले जबकि ग्रुप चरण से बाहर होने वाली टीम को 55 करोड़ रुपए मिले।

इंग्लैंड के कप्तान और स्ट्राइकर हैरी केन को टूर्नामेंट में सर्वाधिक छह गोल करने के लिए गोल्डन बूट अवार्ड से सम्मानित किया गया। सेमीफाइनल में पराजित हुए बेल्जियम के गोलकीपर तिबौत कोर्टियस को गोल्डन ग्लव्स का अवार्ड मिला। स्पेन को फीफा फेयर प्ले ट्रॉफी मिली, 19 साल के एमबाप्पे को यंग प्लेयर अवार्ड से नवाजा गया और गोल्डन बॉल अवार्ड क्रोएशिया के लुका मोड्रिक को दिया गया।

 

कुछ अनोखे रिकार्ड

* 19 साल के एमबाप्पे, पेले के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने विश्व कप फाइनल में गोल किया है।

* फ्रांस और क्रोएशिया के मैच में कुल 6 गोल हुए। वर्ष 1966 के बाद ये पहला मौका है जब विश्व कप फाइनल में 6 गोल हुए हैं।

* सबसे ज्यादा आत्मघाती गोल दागे गए हैं इस विश्व कप में अब तक। क्रोएशिया के स्ट्राइकर मारियो मंड्जुकिच ने विश्व कप फाइनल में अपनी ही टीम के खिलाफ गोल कर दिया जो कि पहला आत्मघाती गोल है फाइनल मैच में।

* जापान ने सेनेगल से दो कम यलो कार्ड मिलने के कारण नॉकऑउट में प्रवेश कर लिया जबकि सेनेगल की टीम तीसरे स्थान पर रहकर बाहर हो गई।

* फुटबॉल विश्वकप के ओपनिंग मुकाबले में इस बार प्रथा बदलते हुए लड़कों के बजाय 14 रूसी लड़कियां ‘बॉल गर्ल‘ की भूमिका में उतरीं।

* पहली बार वीडियो रेफरल सिस्टम का उपयोग इस विश्व कप में किया गया।

नेमार  विवाद

वैसे तो खेल और विवादों का साथ बना रहता है लेकिन कुछ विवाद ऐसे होते हैं जिन्हें चाह कर भी आसानी से नहीें भुलाया जा सकता। उन्हीं में से इस विश्व कप का एक विवाद है ब्राजील के फुटबॉल सितारे नेमार को लेकर। दरअसल मैक्सिको और ब्राजील के बीच हुए मुकाबले के दौरान मैच के दूसरे हाफ में मैक्सिको के मिडफील्डर मिगुएल लायुन के मामूली टकराव के बाद नेमार अपना टखना पकड़ कर ऐसे कराहने लगे जैसे उन्हें कोई बिजली का झटका लगा हो।

मैक्सिको के कोच जुआन कार्लोस ओसोरियो ने मैच के बाद नेमार पर कीमती समय को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘फुटबॉल के लिए यह बेहद ही शर्मनाक है।’

सोशल मीडिया पर भी नेमार की इस हरकत की काफी  आलोचना हुई। सोशल मीडिया पर नेमार चेलेंज हैशटैग कर लोगों ने उनका बहुत मजाक बनाया।

 

 

फीफा विश्व कप 2018 पुरस्कार

1 गोल्डन बूट अवार्ड           हैरी केन (6 गोल) (इंग्लैंड)

2 गोल्डन बॉल अवार्ड          लुका मोड्रिक (क्रोएशिया)

3 गोल्डन ग्लव्स अवार्ड         तिबौत कोर्टियस (बेल्जियम)

4 यंग प्लेयर अवार्ड            किलियन एमबापे (फ्रांस)

5 फीफा फेयर प्ले ट्रॉफी           स्पेन की टीम

 

 

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