फ्रांस विश्व विजेता
फीफा विश्व कप फ्रांस की जीत के लिए जितना यादगार रहेगा, उतना ही सनसनीखेज परिणामों, पुरस्कार राशि, वीडियो रेफरल सिस्टम, भारत की उपस्थिति, खिलाड़ियों के स्टाइल, नेमार चैलेंज सहित अन्य बातों के लिए के लिए याद रखा जाएगा।
मैराथन धावक -संदीप परब
५० साल की उम्र में सबसे पुराने कहे जाने वाले कामेड्स मैराथन तथा विश्व में अत्यंत दुर्गम मानी जानेवाली अल्ट्रा मैराथन, जिसमें अफ्रीका के पर्वतीय इलाके की ८९ किमी की प्रतियोगिता होती है, जीतने वाले सिंधुदुर्ग निवासी संदीप परब को हिंदी विवेक ने इस विशेष आलेख द्वारा बधाइयां प्रेषित की हैं.
उलटफेर भरी रही चैंपियंस ट्राफी
ग्रुप ए में कई मजबूत टीमें थी और ऐसा माना जा रहा था कि यह ग्रुप ऑफ़ डेथ साबित होगा और अच्छा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस ग्रुप से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के सेमीफइनल में जाने के मौके ज्यादा दिख रहे थे। लेकिन जिस तरह से इस ग्रुप में उलटफेर हुआ,उसने सभी को आश
कलरिपयट्ट और योग

केरल के सबसे प्राचीन कालाओं से एक कलरिपयट्ट भी है। यह एक युद्ध कला है। केरल का इतिहास जितना पुराना है उतना ही पुराना कलरिपयट्ट भी है।
उम्मीदें बढाताविश्व कप
किकेट और चुनावों में बहुत कुछ एक जैसा होता है। दोनोंमें बड़े खिलाड़ी होते हैं, दोनों पर लोगों की उत्सुकता चरम पर होती है, दोनों पर भविष्यवाणी करने वालों की भारी भीड़ होती है, दोनों की चर्चा चाय की दुकानों पर चलती है, सट्टे
देखो सचिन को….‘प्लेइंग इट माई वे’ से….
यदि आप स्वयं सचिन की जीवनी पढ़ना चाहते हैं तो कुछ और दिन आपको इंतजार करना होगा; क्योंकि इसकी अग्रिम बुकिंग हो चुकी है और अभी वेटिंग लिस्ट चल रही है। भारत में किसी किताब की बिक्री का यह एक रिकार्ड है। ...एक अहम बात यह कि, इस किताब की बिक्री से मुंबई के एनजीओ ‘अपनालय’ की मदद होगी; क्योंकि इस किताब की बिक्री का एक हिस्सा बच्चों में कुपोषण के खिलाफ लड़ रही आ संस्था को दिया जाएगा।
भारत रत्न सचिन
भारत का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’, वायु सेना का ‘विंग कमांडर’ राज्यसभा का सदस्य और क्रिकेट का महान खिलाड़ी इन सभी का पर्यायवाची नाम हैं सचिन रमेश तेंडुलकर।
महिला क्रिकेट की नींव – डायना
पहले आप कुछ करके दिखाओ फिर वह मदद करेगी। एक बार हम फाइनल तक पहुंचे एक बार तीसरे क्रमांक पर रहे। परंतु आगे बढने के लिये जो ‘ब्रेक थ्रू’ चाहिये वह नहीं मिला। अब टीम को यह सोचना होगा कि उनके पास जो खूबियां हैं उनको परिणाम में कैसे बदला जाये और इसी की राह हर कोई देख रहा है।
क्या हैं हम हौसले कम नहीं हैं हमारे भी पर
एक विदेशी खेल क्रिकेट पर जरूरत से ज्यादा खर्च और अन्य खेलों की तरफ जरा भी ध्यान न देने की रणनीति के कारण भारतीय खिलाड़ियों के हौसले बुलंद होने के बाद भी ओलंपिक स्पर्धाओं में देश का प्रदर्शन अच्छा नहीं रह पाता।
जगज्जेता भारतीय महिला कबड्डी टीम
बिहार-पटना के पाटलीपुत्र क्रीडा संकुल में महिला विश्वचषक कबड्डी स्पर्धा 2 मार्च से 4 मार्च 2012 तक संपन्न हुई। बिहार राज्य स्थापना दिन के अवसर पर बिहार कबड्डी असोसिएशन की ओर से इस स्पर्धा का आयोजन किया था।
हम भी हैं जोश में जागी उम्मीद, सजे सर्फेो, जीतेंगे ओलंफिक
हौसले बुलंद हो गए हैं, उम्मीदें जवां हो गई हैं। लंदन ओलंफिक खेलों के लिए भारतीय हाकी टीम का क्वालिफाय करना मानो देश में हाकी के लिए नई सौगात लेकर आया है।