समृद्ध सांस्कृतिक विरासत

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इंदौर की सांस्कृतिक विरासत अत्यंत समृद्ध है। यहां की आबोहवा में आपको सामाजिक समरसता और जीवन मूल्यों को बचाए रखने की जिजीविषा दिखाई पड़ेगी। इस शहर ने देश को कई सारी विभूतियां और खानपान के व्यवहार दिए हैं। भारत की सांस्कृतिक धारणाएं ही उसके सनातन काल से वर्तमान तक के…

मनहूस दिन नहीं है अमावस

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Phases of the Moon: waxing crescent, first quarter, waxing gibbous, full moon, waning gibbous, third guarter, waning crescent, new moon. On a starry sky. The elements of this image furnished by NASA.
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धर्म को तोड़ मरोड़ कर पेश किये जाने की हम हमेशा बात करते हैं | अब जैसे एक वाक्य की कल्पना कीजिये “अमावस्या की काली रात थी !” इसकी कल्पना मात्र से ही किसी खतरे की घंटी दिमाग में बजने लगती है | अचानक मनहूस कुत्तों के रोने जैसी आवाज…

बदलती परंपराओं और त्यौहारों का नया स्वाद

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ट्रिंग... ट्रिंग... ट्रिंग... कॉलबेल बजी। उत्साह से नेहा ने दरवाजा खोला। अपनी चारों सहेलियों को देख नेहा का चेहरा खिल उठा। “कौन आया है बेटी?” मां भी कमरे से बाहर आ गई। नेहा ने गांव से आई अपनी मां का सभी सहेलियों से परिचय कराया। बातचीत चल निकली तो त्यौहारों पर आकर अटक गई कि…

वसंत का गणित

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वसंत के आगमन के साथ ही महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ का स्मरण हो आता है। वसंत पंचमी को उनका जन्मदिन मनाया जाता है। उन सरस्वती पुत्र की स्मृति में पेश है संस्मरण का यह सम्पादित अंश।

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