भारत में बसंतोत्सव – तन रंग लो जी मन रंग लो

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आज बिरज में होरी रे रसिया, आज बिरज में होरी रे रसिया कौन के हाथ कनक पिचकारी, कौन के हाथ कमोरी रे रसिया। कृष्ण के हाथ कनक पिचकारी, राधा के हाथ कमोरी रे रसिया। होली के दिनों में यह गीत होली का एक प्रतीक गीत बन जाता है। होलिका दहन…

भारत में बसंतोत्सव – समरसता और लोकमंगल पर्व

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होली एक लोक उत्सव है जिसमे प्रकृति भी शामिल होती है। बसंत ऋतु की मादकता सर्वत्र दिखाई देती है। यह ऋतु मनुष्य के व्यवहार में आये अहंकार को भी तोड़ती है। कोई शिष्ट नही होता कोई विशिष्ट नही होता। यह बसंतोत्सव और विशेषत: होली की विशेषता होती है। गांवों में…

भारत में बसंतोत्सव – पुराणों में होली

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दशहरा, दीपावली और होली भारत के तीन महत्वपूर्ण लोक उत्सव हैं। दशहरा शक्ति और शौर्य का उत्सव है, असत्य पर सत्य की विजय का उत्सव है। दीपावली अज्ञानता पर ज्ञान और अंधकार पर प्रकाश का उत्सव है, जो सुख-समृद्धि के प्रतीक है। होली अन्याय पर न्याय और ऋतुराज बसंत के…

भारत में बसंतोत्सव – काम से कामनाओं तक बसंत

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भारत पर्वों और उत्सवों का देश है। यहां सात वार और नौ त्यौहार की कहावत इसीलिए प्रसिद्ध है। यहां रोटी तोड़कर जीवन यापन को जीवन नही माना गया है। सनातन संस्कृति में जीने के तरीके को "पुरुषार्थ चतुष्टय" नाम से जाना जाता है। ये चार पुरुषार्थ हैं- धर्म, अर्थ, काम…

भारत में बसंतोत्सव – उत्तराखंड में फूल संग्रान्द

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भारत हिमालय के दक्षिण और हिंदमहासागर के उत्तर में है। इस देश मे 6 ऋतुएं आती हैं। इनकी शुरुआत बसंत ऋतु से होती है। सूर्य जिस दिन कुम्भ राशि मे प्रवेश करता है उस दिन सौरमास चैत्र की संक्रांति होती है। इस वर्ष 15 अप्रेल से चैत्र मास शुरू हो…

मकर संक्रान्ति के स्नान व दान का महत्व

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भगवान सूर्य जब शनि के साथ मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो उस दिन मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन से ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की तरफ चलना शुरु करता है। हिन्दू धर्म में इसी दिन से मलमास की समाप्ति होती है और शुभ दिनों की…

आध्यात्मिक चेतना और राष्ट्रीय एकात्मता का पर्व मकर संक्रांति

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शीत  ऋतु के बीच जब सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति होती है, इसी दिन से सूर्य की उत्तरायण गति प्रारम्भ होती है। यह पर्व जीवन व सृष्टि में नवसंचार करता है। यह हिंदुओं का प्रमुख काल चेतना या परिवर्तनकारी समय का…

क्यों जरुरी हैं छठ पर्व ?

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दुनिया का इकलौता ऐसा पावन पर्व जिसकी महत्ता दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। आज यह पर्व भारत, मलेशिया के अतिरिक्त लंदन, अमेरिका में भी बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। ये छठ पूजा जरुरी है धर्म के लिए नहीं अपितु.. हम-आप सभी के लिए जो अपनी जड़ों…

मनोकामना पूर्ति का व्रत छठ महापर्व

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छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा का प्रचलन और उन्हें अर्घ्य देने का विधान है। इस दिन सभी महिलाएं नदी, तालाब या जलाशय के तट पर सूर्य को अर्घ्‍य देकर उसकी पूजा करती है। यह पर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है। 8 नंबर से ही…

छठ पूजा का महत्व

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*यह पूर्णरूप से प्रकृति की पूजा है, जिस प्रकृति से हम सबका जीवन चलता है। *वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित पूरे संसार में ऊर्जा के स्रोत भगवान भास्कर की आराधना की जाती है। *उगते सूर्य की पूजा तो सब करते है, इस पर्व में डूबते सूर्य की भी पूजा की जाती…

छठ का नाम सुनते ही क्यों इमोशनल हो जाते हैं बिहारी

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''यार, ये छठ का नाम सुनते ही तुम बिहारी लोग इतने इमोशनल क्यों हो जाते हो? मैनेजर की रिस्पॉन्सिबल पोस्ट पर पहुंच कर भी लेबर क्लास टाइप हफ्ता भर की छुट्टी मांगने चले आते हो. पता नही इस छठ में ऐसा क्या है कि तुम लोग ओवर रिएक्ट करने लगते…

हिंदू धर्म : पारम्परिक आर्थिक सुरक्षा का सबसे सशक्त आधार

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एक 'अखबार' में एक खबर पढ़ी जिसके अनुसार आज मेरे शहर में अनुमानित रूप से ढ़ाई लाख झाङू बिकेंगे। अब आप सोचिए कि इसे बनाने के व्यवसाय में जो भी लोग संलग्न होते हैं वो आर्थिक और सामाजिक संरचना की दृष्टि से किस पायदान पर खड़े होते हैं। इसी 'दीवाली'…

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