उत्तराखंड की कुम्भ परम्परा
कुम्भ भारत की चिरन्तन परम्परा हैं। कुम्भ भारतीय संस्कृति के अनूठे विस्तार की कहानी है। यह विश्व का सबसे बड़ा जन समागम है। कुम्भ भारतीय संस्कृति की विराटता का भी परिचायक हैै।
कुम्भ भारत की चिरन्तन परम्परा हैं। कुम्भ भारतीय संस्कृति के अनूठे विस्तार की कहानी है। यह विश्व का सबसे बड़ा जन समागम है। कुम्भ भारतीय संस्कृति की विराटता का भी परिचायक हैै।
कल दीपावली का त्योहार है तो दीपावली के दिन हमलोग माँ लक्ष्मी एवं गणेश अर्थात गौरी-गणेश की पूजा करते हैं. और, पूजा करने के लिए हमलोग माँ लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा खरीदते हैं.जहाँ माता लक्ष्मी धन की देवी हैं... वहीं, ज्ञान और बुद्धि के देवता गणेशजी सभी देवताओं में प्रथम…
पर्व हमारी संस्कृति के उज्ज्वल पक्ष के प्रहरी हैं। ये हमारी बहुरंगी संस्कृति के जीवंत साक्ष्य हैं। जीवन को आनंद का आस्वाद करवाना इनका परम लक्ष्य होता है। इनसे घर-परिवार में एकात्म भाव बनता है और खुशियां छलकती हैं। दीपोत्सव की पांचदिवसीय पर्व श्रंखला में धन त्रयोदशी के बाद पड़ने…
भारतीय संस्कृति में दिए जलाना सिर्फ एक त्यौहार नहीं बल्कि एक श्रद्धा और आदर का भाव होता है। हम दिए सिर्फ बाहर प्रकाश या दिखावे के लिए नहीं जलाते हैं बल्कि इससे मन के अंधकार को भी कम करते है। तेजी से बदलते परिवेश में दिए की जगह को अब…
तिब्बत में बने प्रसिद्ध थोलिंग मठ जाने का रास्ता (पैदल) माणा होते हुए सरस्वती नदी के किनारे खड़ी चढ़ाई से होकर जाने वाला एक अत्यंत दुर्गम कठिन पथ है। प्राचीन काल में साधु संत इसी मार्ग से पवित्र मानसरोवर व कैलास यात्रा पर चले जाते थे।
धनतेरस -- लोक में ऐसा प्रचलन है कि इस दिन स्वर्ण, चांदी, तांबे की खरीदी करना शुभ होता है। इसलिए लोग जमकर आभूषण इत्यादि खरीदते हैं। आइए! समझते हैं धनतेरस क्या है? धनतेरस में दो शब्द है पहला है धन जिस का सामान्य अर्थ लगाया जाता है पैसा रुपया सोना…
नरेंद्र मोदी प्रथम राष्ट्राध्यक्ष होंगे जिनके भाषणों में बहुत छोटे छोटे से विषय स्थान पाते हैं. भारतीय परम्पराओं और शास्त्रों में केवल लाभ अर्जन करनें को ही लक्ष्य नहीं माना गया बल्कि वह लाभ शुभता के मार्ग से चल कर आया हो तो ही स्वीकार्य माना गया है. “शुभ-लाभ” से…
बंधुओ, जैसे-जैसे हिंदुओं के त्यौहार समीप आते हैं, वैसे-वैसे ही कालनेमि नामक छद्म सेकुलर अपने बिलों से बाहर आकर हिंदू त्यौहारों के विरोध में अनाप-शनाप लिखना प्रारंभ कर देते हैं । होली में इनका पानी खत्म हो जाता है और दीपावली में पटाखों की आवाज से यह परेशान हो जाते…
अनेक राज्यों में गाय और गोवंश संरक्षण के संबंध में अलग-अलग कानून बने हुए है इसलिए गोरक्षा के संबंध में ‘एक देश एक कानून’ की मांग तेजी से देश में होने लगी है। गोवंश रक्षा में अग्रणी भूमिका निभानेवाली समस्त महाजन संस्था इस विषय को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान भी चला रही है। संस्था का कहना है कि जैसे नेपाल के संविधान ने देश की बहुसंख्यक हिन्दू जनता की आस्था का सम्मान करते हुए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया है, उसी तर्ज पर भारत में भी गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए।
धनतेरस का त्यौहार कार्तिक मास के त्रयोदशी को मनाया जाता है और इसके साथ ही पांच दिन के त्यौहार की शुरुआत हो जाती है पहला धनतेरस, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी, तीसरे दिन दिवाली, चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें दिन भैया दूज का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार धनतेरस का…
भारतीय संस्कृति में तीन प्रकार की नवरात्रियाँ मनाई जाती हैं। चैत्र महीने में राम की, क्वार मास में देवी मां की और अगहन महीने में खंडोबा की नवरात्रि मनाई जाती है। आदिमाया ने दानवों की पीड़ा से मानव की मुक्ति कराने के लिए मां देवी ने नौ दिन सतत युद्ध किया था। सूर्यास्त…
फिराक, गैंग्स ऑफ वासेपुर, भाग मिल्खा भाग, मद्रास कैफे, स्पेशल छब्बीस जैसी फिल्मों के द्वारा हिंदी सिनेमा कितने भी अलग मोड़ ले लें, परंतु वह अपनी परम्परागत विशेषताएं छोड़ देगा ऐसा नहीं लगता है।