हम दो, हमारे दो की नीति बहुत जरूरी

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चीन को पीछे छोड़कर हम जनसंख्या के मामले में शीर्ष स्थान पर पहुँच गए हैं। जिसको लेकर हम और हमारी व्यवस्था इतरा सकती है, लेकिन जिस देश में भीख मांगते हुए बच्चे और भोजन के लिए तड़पते लोग सड़कों पर दिखाई दें। फिर यह जश्न से अधिक चिंता वाली बात…

जनसंख्या वृद्धि खुशी के साथ चिंता भी !

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भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां दुविधाएं और विरोधाभास प्रगति के समानान्तर चलते हैं। अतएव जनसंख्या बल जहां शक्ति का प्रतीक है, वहीं उपलब्ध संसाधनों पर बोझ भी है। इसलिए अनेक समस्याएं भी सुरसामुख बन खड़ी होती रहती हैं।ये हालात तब और कठिन हो जाते हैं, जब संसाधनों…

मुस्लिम आबादी की रफ़्तार चिंताजनक

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स्वाधीनता के बाद से सर्वधर्मीय हिन्दुओं की जनसंख्या के मुकाबले मुस्लिम जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इसी कारण विभिन्न राजनीतिक दल, मुस्लिमों के सामाजिक व धार्मिक संगठन अपने अस्तित्व के लिए मुसलमानों के वोटों की राजनीति कर रहे हैं।

सात अरब की दुनिया

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संयुक्त राष्ट्र संघ के एक आकलन के अनुसार 31 अक्टूबर, 2011 को दुनिया की जनसंख्या सात अरब हो गयी। दुनिया की जनसंख्या ने एक और मील का पत्थर पार कर लिया।

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