पुनर्विचार करे दलित युवा

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बाबा साहेब ने संविधान में देश के हर व्यक्ति के उत्थान को महत्व दिया। हजारों वर्षों से दबे-कुचले दलित समाज को आगे बढ़ने के लिए विशेष अधिकार दिलवाए लेकिन दलित समाज में आगे चलकर ऐसे अगुआ बहुत कम हुए जो उनकी शिक्षा पर ध्यान दे सकें, बल्कि अधिकतर लोग उनके…

सम्बन्ध संज्ञाओं का दूषित होना

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दे दनादन फ़िल्म में शक्ति कपूर अपने से बहुत छोटी उम्र की लड़की को कहते हैं कि तुम चाचा, ताया, मामा कुछ भी कहो पर एक बार मेरे कमरे में आ जाओ, बीवी नम्बर वन में सलमान सुष्मिता सेन का परिचय अपनी आंटी के रूप में करवाते हैं। भागमभाग मूवी…

क्या जुडिशरी एब्सोल्युट पावर चाहती है ?

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लोगों में धैर्य और सहनशीलता की कमी मत देखिए चंद्रचूड़ जी, लोग न्यायपालिका पर निगरानी रख रहे हैं.  झूठ फ़ैलाने वालों को तो आप ही बचा देते हैं. ​​ चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ लगता है सोशल मीडिया द्वारा न्यायपालिका के लिए “watchdog” बन कर उसकी आलोचना से खासे क्षुब्ध…

कुर्ला पुलिस स्टेशन की एक अनूठी पहल

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कुर्ला पुलिस स्टेशन की ओर से क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ' वरिष्ठ का सम्मान यहीं शान' के आदर्श वाक्य के साथ एक स्नेह संमेलन का आयोजन किया गया। कुर्ला पश्चिम स्थित कच्छी वीसा हॉल में आयोजित संगीत कार्यक्रम में हर गीत की सराहना की गई और बुजुर्ग पुराने…

संकीर्तन द्वारा धर्म बचाने वाले चैतन्य महाप्रभु

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अपने संकीर्तन द्वारा पूर्वोत्तर में धर्म बचाने वाले निमाई (चैतन्य महाप्रभु) का जन्म विक्रमी सम्वत् 1542 की फागुन पूर्णिमा (27 फरवरी, 1486) को बंगाल के प्रसिद्ध शिक्षा-केन्द्र नदिया (नवद्वीप) में हुआ था। इनके पिता पण्डित जगन्नाथ मिश्र तथा माता शची देवी थीं। बालपन से ही आँगन में नीम के नीचे…

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