गधा और धोबी

बहुत पुरानी बात है एक गांव में एक धोबी रहता था वह बहुत ही भोला और मंदबुद्धि था | उसका कोई संतान नहीं था |

एक दिन जब वह बाजार से घर आ रहा था तो उसने एक अध्यापक को अपने छात्र से कहते हुए सुना कि ” मैंने बड़े-बड़े गधों को आदमी बनाया है ” |

यह सुनकर धोबी बहुत खुश हुआ वह दौड़ा-दौड़ा अपने पत्नी के पास गया और बोला हमारी कोई संतान नहीं है | मैंने एक आदमी को यह कहते हुए सुना है कि उसने बड़े-बड़े गधों को आदमी बनाया है | अगर उससे कह कर मैं अपने किसी गधे को आदमी बना दूं तो कितना अच्छा होगा फिर हमें बारिश में कोई चिंता नहीं करना पड़ेगा |

पत्नी को यह बात बहुत पसंद आई उसने तुरंत से हां कह दिया और यह भी कहा कि ” हमारे सभी गधों में मोती सबसे अच्छा है आप उसे ही इंसान बनाइए ” |

धोबी अपने गधे मोती को लेकर अध्यापक के पास गया और बोला ” मैंने सुना है कि आप किसी भी गधे को इंसान बना सकते हैं मैं अपने गधे को इंसान बनाना चाहता हूं कृपया मेरी मदद करें ” |

अध्यापक समझ गए कि धोबी मंदबुद्धि है | अध्यापक ने सोचा क्यों ना इस बेवकूफ से कुछ पैसे कमाए जाए अध्यापक ने कहा कि ” ठीक है मैं इस गधे को आदमी बना दूंगा लेकिन इसके लिए तुम्हें मुझे ₹10000 देने होंगे ” |

धोबी ने कहा ” आप जैसा कहेंगे मैं वैसा ही करुंगा मैं आपको ₹10000 लाकर दूंगा ” |

अध्यापक ने कहा ” ठीक है ₹10000 लेकर आना और 3 दिन बाद इस गधे को ले जाना ” |

इस पर धोबी तैयार हो गया |

3 दिन बाद जब धोबी अध्यापक के पास अपने गधे को लेने आया तो अध्यापक ने धोबी से कहा कि ” तुम्हारा गधा तो बहुत बुद्धिमान निकला वह इंसान बनते ही एक न्यायालय का जज बना दिया गया है ” |

यह सुनकर धोबी के खुशी का ठिकाना ना रहा वह तुरंत गधे से मिलने न्यायालय के पास गया है | परंतु सच तो यह है कि वह गधा अध्यापक के घर में ही बंधा हुआ था | उधर जब धोबी न्यायालय पहुंचा तो वहां कार्यवाही चल रही थी | एक सुंदर सा जज कारवाही को सुन रहा था |

उसे देखकर धोबी को बहुत गर्व हो रहा था | वह निरंतर जज को देख कर हंस रहा था | पहले तो जज को लगा कि या कोई पागल है परंतु जब जज के पास जाकर बोला मोती तुम तो बड़े चालाक हो गए चलो घर मैं तुम्हें देख कर तुम्हारी माँ बहुत खुश होगी |

पहले तो जज ने उसे समझाया कि उसका नाम मोती नहीं है|

लेकिन धोबी नहीं माना वह उसे ले जाने की जिद करने लगा | इस से गुस्सा होकर न्यायालय के जज ने अपने आदमियों से कहा कि इस आदमी को बाहर निकाल दो |

इस अपमान के बाद धोबी तमतमाया हुआ अध्यापक के पास गया और जाकर बोला कि मोती बड़ा घमंडी हो गया है | उसे फिर से गधा बना दो |

इस पर अध्यापक ने कहा कि ठीक है 3 दिन बाद आना मैं उसे फिर से गधा बना दूंगा |

3 दिन बाद जब धोबी दुबारा अध्यापक के पास गया तो उसने मोती को धोबी के हवाले कर दिया |

मोती को दोबारा पाकर धोबी बहुत खुश हुआ | पहले तो उसने मोती की जमकर धुलाई की और उसके बाद उसे अपने साथ अपने घर ले गए |

 

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