प्रेम स्वयं भगवान को झुका सकता है

Continue Readingप्रेम स्वयं भगवान को झुका सकता है

प्रेम-अद्भुत सामर्थ्य, जहाँ प्रेम होता है वहाँ परमात्मा भी जीव के बस में हो जाते हैं। प्रेम में अद्भुत सामर्थ्य है। चाहे केवट के आगे हो, चाहे शबरी के आगे हो, चाहे हनुमानजी के आगे वो, चाहे सुग्रीव के आगे हो या चाहे विभीषण के आगे हो, प्रेम के वशिभूत…

कुमाऊंनी-गढ़वाली लोक संस्कृति की पहचान

Continue Readingकुमाऊंनी-गढ़वाली लोक संस्कृति की पहचान

कुमाऊं एवं गढ़वाल लोक संस्कृति की दृष्टि से समृद्ध हैं। प्रदेश में विभिन्न उत्सवों, पर्वों, धार्मिक अनुष्ठानों, देव यात्राओं, मेलों-खेलों, पूजाओं और मांगलिक कार्यक्रमों का वर्ष भर आयोजन होता रहता है ये आमोद-प्रमोद और मनोरंजन के सर्वोत्कृष्ट साधन होने के साथ ही लोक जीवन के आनंद और उल्लास को भी व्यक्त करते हैं।

Everything About Snow Leopard In Hindi | गिरि राजा हिम तेंदुआ के बारे में हिंदी में

Read more about the article Everything About Snow Leopard In Hindi | गिरि राजा हिम तेंदुआ के बारे में हिंदी में
Snow Leopard
Continue ReadingEverything About Snow Leopard In Hindi | गिरि राजा हिम तेंदुआ के बारे में हिंदी में

हिम तेंदुआ जिद्दी और तेजतर्रार प्राणी हैा वह 15 मीटर तक की छलांग आसानी से लगा सकता हैा वह यद्दपि निशाचर है; फिर भी कई बार दिन में भी शिकार करता हैा ऊंचे पर्वतों पर से लुकते छिपते संचार करते समय वह निचले इलाके में आहार विहार करते प्राणियोंं पर नजर रखता है। उसकी आंखोंं की पुतलियां गोल होती हैं और उनमें कोई रेखा नहीं होती।

प्यार का भूत

Continue Readingप्यार का भूत

प्रेम करना कोई गुनाह नहीं है, प्रेम में जाति-धर्म, ऊंच-नीच का भी बंधन नहीं है, पर जीवन भर के साथ के लिए जिंदगी में सही निर्णय लेना बहुत जरूरी है, जो तुम्हें लेना है। सच्चा प्यार, विश्वास, संस्कार, परिवार, रीति-रिवाज आदि ये सब वैवाहिक जीवन के आधार हैं।

तांबे की गागर

Continue Readingतांबे की गागर

तांबे के उस गागर सी थी सिया, जिसमें पानी केवल रखा भी रहे तो शुद्ध ही होता है। उसकी आंखों की चमक किसी पहाड़ी झील सी लगती थी और होंठों पर जब मुस्कुराहट आती तो लगता था कि मानो कई दिनों बाद बर्फ की ठंडक को तोड़ती पहाड़ की धूप खिली हो। उसके आने से ही तो इतनी रौशनी आई थी जीवन में कि हर एक क्षण किसी पूजा की थाली के दिये सा रौशन था।

पल्लू रस्म

Continue Readingपल्लू रस्म

यह बात विचारणीय है कि पिता के मरने पर यदि बेटे के सिर पर पगड़ी बांधी जाती है, तो सास के बाद उसकी बहू के सिर पर पल्लू क्यों नहीं रखा जाता? शर्माजी के गांव वालों ने एक रास्ता दिखाया है। इस पर विचार होना चाहिए।

भाग्य विधाता

Continue Readingभाग्य विधाता

अस्मिता ने सीतापुर की जिलाधिकारी के रूप में पहली बार जिलाधिकारी कार्यालय में कदम रखा। उस दिन वह अपने तेजस्वी व्यक्तित्व और इकहरे बदन पर उजले लिबास में जैसे कोई देवकन्या लग रही थी। सीतापुर से स्थानांतरित हुए जिलाधिकारी श्री अवधेश पचौरी ने उसका स्वागत करते हुए सभी से उसका परिचय कराया तो सभी अधीनस्थ कर्मचारियों ने उसे सैल्यूट किया।

नया सवेरा

Continue Readingनया सवेरा

“सुबह सूरज ने अपनी पहली दस्तक दे दी थी, रोशनदान से हल्की सुनहरी किरण छनकर लाजो को चेहरे पर बिखरी थी, मानो सहला रही थी, एक नया सवेरा उसे जिंदगी के संघर्ष के लिए हौसला देना चाहती हो। लाजो ने उठकर खिड़की खोली तो देखा दूर आसमान पर सूरज अपनी थकान मिटाकर फिर से नई शक्ति के साथ अपने साम्राज्य को विस्तार दे रहा है।”

ड्रैगन फ्लाय

Continue Readingड्रैगन फ्लाय

“बिट्टू ने आशा और विश्वास से कहा, चीनी ड्रैगन फ्लाई तुम्हें फ्लिट कर दिया जाएगा। और वह नए जोश के साथ चीनी बबुए को भगाने की रणनीति बनाने में लग गया।”

केवल झाग, बस वही

Continue Readingकेवल झाग, बस वही

“दरवाज़े के पास पहुंच कर वह एक पल के लिए रुका और मेरी ओर मुड़ कर उसने कहा, उन्होंने मुझे बताया कि तुम मेरी हत्या कर दोगे। मैं केवल यही जानने के लिए यहां आया था। पर किसी को मारना इतना आसान नहीं होता। तुम मेरा यक़ीन मानो...”

हठयोग के साधक मेढ़को की महानिद्रा

Continue Readingहठयोग के साधक मेढ़को की महानिद्रा

बरसात का मौसम समाप्त होते ही मेढ़क जमीन के भीतर से चार से सात फीट गहरे बिल में महानिद्रा में लीन होने लगते हैं। मेढ़क का फुफ्सुस आदिम स्थिति में होने के कारण श्वसन क्रिया के लिए वह पूरा नहीं पड़ता।

मारेय नाम का किसान

Continue Readingमारेय नाम का किसान

“अचानक किसी चमत्कार की वजह से मेरे भीतर मौजूद सारी घृणा और क्रोध पूरी तरह ग़ायब हो गए थे। चलते हुए मैं मिलने वाले लोगों के चेहरे देखता रहा। वह किसान जिसने दाढ़ी बना रखी है, जिसके चेहरे पर अपराधी होने का निशान दाग दिया गया है, जो नशे में धुत्त कर्कश आवाज़ में गाना गा रहा है, वह वही मारेय हो सकता है।”

End of content

No more pages to load