यस बैंक के खाता धरकों के लिए शनिवार का दिन राहत भरा साबित होता नजर आ रहा है शनिवार को एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि SBI 2450 करोड़ का निवेश करने की योजना बना रही है जिसके बाद यस बैंक के 49 फीसदी शेयर एसबीआई के पास हो जायेगें। रजनीश कुमार ने कहा कि एसबीआई के इस निवेश के बाद से यस बैंक अपने नगदी के संकट से बाहर आ जायेगा, साथ ही खाताधारकों के पैसे भी पूरी तरह से सुरक्षित हो जायेगें। रजनीश कुमार ने बताया कि फिलहाल में यस बैंक को 20 हजार करोड़ की जरुरत है लेकिन एसबीआई उसमें 2450 करोड़ का निवेश कर रही है जिससे हालात में थोड़ा सुधार होगा। एसबीआई बैंक के चेयरमैन ने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि मुझे पता है कि लोगों को परेशानी हो रही है उन्हे समय पर उनके ही पैसे नही मिल पा रहे है लेकिन यह हालात जल्द ही खत्म हो जायेंगे।
आप को बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यस बैंक की नगदी निकासी की सीमा 50 हजार तय कर दी है जिसके बाद से खाता धारक परेशान चल रहे है हर कोई अपना पैसा निकालने में लगा हुआ है लेकिन इस नये ऐलान के बाद से ना तो ATM में पैसे है और ना ही नेटबैंकिग और फोन बैंकिग काम कर रही है।
इस नये नियम के बाद से लोग परेशान है और इसके लिए सरकार को दोषी बता रहे है हालांकि हालात को बिगड़ता देख सरकार की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को जनता मिडिया से बात की और यह आश्वासन दिलाया कि किसी का भी पैसा डूबेगा नहीं।
आप को बतां दे कि यस बैंक नगदी की समस्या से जूझ रहा है क्योकि बैंक ने जिन कंपनियों पर भरोसा कर के उन्हे लोन दिया वह खुद डिफाल्टर हो गयी है या फिर मंदी में चल रही है जिससे लोन रिकवरी होना बंद हो गया और बैंक के पास पैसा ही नहीं बचा, फिर रिजर्व बैंक ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए बचत खाता धारकों के पैसों पर रोक लगा दी और कैश निकालने की सीमा 50 हजार तय कर दी।
फिलहाल में सभी की उम्मीद अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पर टिकी हुई है कि उसके निवेश के बाद आखिर क्या कुछ नया देखने को मिलेगा।