पालघर हत्या: अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद हरकत में आयी उद्धव सरकार, 111 लोग हुए गिरफ्तार

  • पालघर साधुओं की हत्या का मामला पकड़ा तूल
  • अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से की बात
  • 2 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
  • 111 लोग हत्या के मामले में गिरफ्तार 
  • अंतिम संस्कार में सूरत जा रहे थे साधु 
पालघर में हुई साधुओ की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पालघर हत्या का मामले में 2 पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि 110 आरोपियों को गिरफ्तार कर 30 अप्रैल के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से बात की और मामले की पूरी जानकारी लेेते हुए इस पर आरोपियों को खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। सूत्रों के मुताबिक अमित शाह ने पालघर लिंचिंग पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल उठता है। अमित शाह ने दोषी पुलिस वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने भी पालघर में हुई साधुओ की हत्या को लेकर उद्धव ठाकरे से बात की और उनसे निवेदन किया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह से साधुओं की हत्या खुलेआम होना गलत है। साधुओं का गेरुआ वस्त्र ही सबकुछ बताता है कि वह किस धर्म और किस समाज का है फिर भी वहा पुलिस के सामने उन पर हमला कैसे किया गया। 
16 अप्रैल को पालघर में 2 साधुओं सहित एक ड्राइवर की उस समय हत्या कर दी गयी जब वह लोग गांव के रास्ते से सूरत जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक सुशील गिरि महाराज(35) महाराज कल्पवृक्षगिरि (70) और ड्राइवर निलेश तेलगड़े (30) कांदीवली के एक आश्रम के रहने वाले थे और एक अंतिम यात्रा में भाग लेने के लिए सूरत जा रहे थे। लेकिन पालघर के गड़चिंचले के पास उन्हे रोक लिया गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से फसल चोरी और बच्चा चोरी की घटनाओं के चलते लोगों ने उन्हे चोर समझा और उनकी बुरी तरह से पिटाई शुरु कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक सभी साधुओं को बुरी तरह से पीट कर बेहाल कर दिया गया था। पुलिस मौके पर पहुंच कर भी कुछ नहीं कर सकी  और लोगों के पुलिस के सामने ही साधुओं की मार मार कर हत्या कर दी। वायरल हुए विडियो में यह साफ तौर पर देखने को मिला कि पुलिस खुद की जान बचाने की कोशिश कर रही थी।
वहीं घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी राज्य की उद्धव सरकार ने दोषियो के खिलाफ कोई ऐेक्शन नही लिया। दो साधुओं की हत्या के बाद उद्धव सरकार की तरफ से उस पर दुख भी नहीं प्रकट किया गया और ना ही किसी तरह की जांच का कोई मुद्दा उठाया गया। लेकिन मिडिया में साधुओं की हत्या को  लेकर लगातार खबरें आती रही जिसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से बात की और इस मामले पर कार्रवाई के लिए कहा जिसके बाद से राज्य सरकार जागी और दो पुलिस वालो को संस्पेंड किया।
उद्धव ठाकरे ने सोमवार को एक विडियो संदेश के द्वारा पालघर मॉब लिंचिंग घटना  पर दुख प्रकट किया और कहा कि मॉब लिंचिंग हमारी सभ्यता और संस्कृति नही है ऐसी घटनाओं की सरकार निंदा करती है। इसके साथ ही उन्होने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

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