- पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ली अंतिम सांस
- ब्रेन सर्जरी के बाद से अस्पताल में भर्ती थे
- पूर्व राष्ट्रपति भी निकले कोरोना पॉजिटिव
- बेटे ने दी निधन की जानकारी
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को राजधानी दिल्ली में निधन हो गया वह काफी समय से सांस लेने की तकलीफ से जूझ रहे थे। प्रणब के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने इसकी जानकारी सोशल मिडिया के माध्यम से देश को दी है उन्होने लिखा, बहुत ही भारी मन से आप को सूचित कर रहा हूं कि मेरे पिता श्री आदरणीय प्रणब मुखर्जी का दिल्ली के आरआर अस्पताल में लंबी बिमारी के बाद निधन हो गया। अस्पताल के डाक्टरों की कड़ी मेहनत और देश की जनता की दुवाओं के लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा।
With a Heavy Heart , this is to inform you that my father Shri #PranabMukherjee has just passed away inspite of the best efforts of Doctors of RR Hospital & prayers ,duas & prarthanas from people throughout India !
I thank all of You 🙏— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) August 31, 2020
प्रणब मुखर्जी की सोमवार को हालात और बिगड़ गयी थी और उन्हे सेप्टिक शॉक लगा था। इस बिमारी के दौरान शरीर के अंदर रक्तचाप कम होने लगता है और शरीर को जरुरी ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है जिससे शरीर के बाकी अंग भी काम करना बंद कर देते है। डाक्टरों ने जानकारी देते हुए कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है और वह वेंटिलेटर पर गहरे कोमा में चले गये है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत ब्रेन सर्जरी के बाद से लगातार बिगड़ने लगी थी और स्थिति में सुधार नहीं हो रहा था उनके ब्रेन में खून का थक्का जमने के बाद उनकी सर्जरी की गयी थी। टेस्ट में उनका कोरोना संक्रमण भी पॉजिटिव निकला था।

सन 2012 से 2017 तक प्रणब मुखर्जी देश के राष्ट्रपति रहे और उनके पूरे राजनीतिक करियर में देश के प्रति योगदान को लेकर उन्हे एक साल पहले ही देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारतरत्न से भी सम्मानित किया गया था। प्रणब मुखर्जी ने अपने राजनीतिक करियर में बहुत से ऐसे साहसिक कार्य किये थे जिसके लिए उन्हे इतिहास में याद किया जायेगा।