राहुल हत्याकांड: मौत पर चुप्पी साधे सेक्यूलर समाज!

राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर क्षेत्र में 18 साल के राहुल राजपूत की पीट पीट कर हत्या कर दी गई लेकिन सेकुलर लिबरल बिग्रेड हर बार की तरह चुप्पी साधे हुए हैं। यह लोग फिर से सड़कों पर नहीं उतरे। दिल्ली में ही अंकित सक्सेना की हत्या के दौरान भी यही चुप्पी देखने को मिली थी। ऐसे ही जून माह में एक तरफा प्यार में टिक टॉक स्टार शाहरुख ने सरे बाजार नैना की हत्या कर दी थी उस समय भी किसी ने सरकार के खिलाफ कोई आंदोलन या रैली नहीं निकाली क्योंकि यह सभी एक विशेष समुदाय से आते है जिन्हे शांति दूत का नाम दिया गया है।

दिल्ली पुलिस की माने तो राहुल राजपूत की तिल्ली (Spleen) फटने से मौत हुई है। बुधवार शाम को लड़की के कुछ रिश्तेदार राहुल को मिलने के लिए बुलाए थे जहां उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। जिसके बाद राहुल को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। राहुल की हत्या करने वाले दूसरे धर्म के लोग थे जिससे क्षेत्र के हालात और खराब ना हो इसलिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात कर दी गई थी।

राहुल की पास के ही रहने वाली एक लड़की से दोस्ती हुई थी लेकिन धर्म अलग होने के कारण लड़की के घरवालों को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं नहीं था।जिसको लेकर लड़की के घरवाले लड़की पर भी दबाव बनाते थे। राहुल राजपूत एक होनहार छात्र था और वह इंग्लिश की ट्यूशन भी पढ़ाता था जिससे उसकी दोस्ती उस लड़की से हुई थी।

पुलिस के अनुसार जिन लोगों ने राहुल पर हमला किया उनमें लड़की का भाई मोहम्मद राज उम्र 20 वर्ष, एक रिश्तेदार मानवर हुसैन उम्र 20 वर्ष और उसके तीन नाबालिग दोस्त भी शामिल है। वही नौजवान बेटा गवांने वाले संजय का कहना है कि अगर उस लड़की के परिवार को कोई दिक्कत थी तो मेरे बेटे को थप्पड़ मार लेते या उसकी शिकायत परिवार के लोगों से करते लेकिन उसे जान से मारने की क्या जरूरत थी? मैं बस यह चाहता हूं कि जिन लोगों ने मेरे बेटे को मारा वह कभी भी जेल से रिहा ना हो। जानकारी के मुताबिक लड़की ने ही आरोपियों की पहचान की थी।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक राहुल राजपूत का परिवार मूलचंद कॉलोनी में रहता था। राहुल के परिवार में पिता संजय, मां रेणुका और एक छोटी बहन रहते है। पिता संजय रोहिणी सेक्टर 18 में एक टैक्सी स्टैंड चलाते हैं। मां रेणुका घर का काम करती है। राहुल सेकंड ईयर का स्टूडेंट था और साथ में लोगों को अंग्रेजी का ट्यूशन भी पढ़ाता था। इस लड़की को भी राहुल इंग्लिश की ट्यूशन पढ़ाता था। बुधवार की रात राहुल को एक फोन के माध्यम से यह कह कर बाहर बुलाया गया कि उसे ट्यूशन पढ़ना है लेकिन राहुल जैसे ही बाहर निकला उस पर लोग टूट पड़े। इस दौरान राहुल की इस कदर पिटाई की गयी कि उसकी मौत हो गयी।

घटना के बाद राहुल ने अपनी मां को बताया कि उसको पीटा गया है। घरवाले हालात बिगड़ने पर बाबू जगजीवन राम अस्पताल में राहुल को भर्ती करवाने ले गए जहां डॉक्टरों ने राहुल को उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया। राहुल के चाचा धर्मपाल के बयान पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है लेकिन सवाल यह है कि क्या दूसरे धर्म की किसी लड़की से दोस्ती करना इतना बड़ा गुनाह है कि राहुल को मौत की नींद सुला दिया गया।

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