राहुल गांधी के नाम खुला पत्र

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प्रिय राहुल, गत दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आपके द्वारा लिखित पत्र सार्वजनिक विमर्श का हिस्सा बना। कश्मीरी हिंदुओं पर केंद्रित इस चिट्ठी में आपने लिखा, "आतंकियों द्वारा हाल में कश्मीरी पंडितों व अन्य लोगों की लगातार की जा रही टारगेटेड हत्याओं ने घाटी में डर और निराशा का माहौल…

अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक पर छिड़ी बहस

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  जब से कश्मीर फाइल्स फिल्म रिलीज हुई है तब से बहुत सारे प्रश्न सामाजिक विमर्श में उभर आए हैं तथा आम जनमानस उन प्रश्नों के उत्तर की तलाश कर रहा है । एक प्रश्न यह भी है कि अल्पसंख्यकों को विशेष अधिकार क्यों , भारत में अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक…

अप्रिय विवाद का पटाक्षेप

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कृषि कानूनों के मुद्दे पर राजग से नाता तोड़कर अकाली दल की असली मंशा यह थी कि वह खुद को पंजाब के किसानों का सबसे बड़ा हितैषी साबित कर सके। अब जबकि प्रधान मंत्री मोदी ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है तब अकाली दल को भाजपा से पुनः मित्रता करने में कोई दिक्कत होने का प्रश्न ही उपस्थित नहीं होता।

हिमालय क्षेत्र में प्रकृति संरक्षण एवं आपदा प्रबंधन

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पहाड़ी क्षेत्रों में बादल का फटना एवं भूस्खलन एक साधारण घटना है, लेकिन केदारनाथ क्षेत्र में इतनी बड़ी आपदा पहली बार हुई है। इसी तरह से बादल का फटना, भूस्खलन, नदी की धारा बाधित होना, अल्पकालिक झील का निर्माण, झील का ध्वस्त होना एवं त्वरित बाढ़ का आना एवं अवसाद के अपवहित होने की घटना पर गंगोत्री हिमनदीय क्षेत्र में शोध अध्ययन किए गए हैं।

राजनीतिक सामाजिक हालातों की चिंताजनक कहानी

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राज्य गठन के बाद उत्तराखंड को अटल सरकार ने दस साल के लिए औद्योगिक पैकेज दिया था। इसके तहत राज्य के मैदानी इलाकों में इंडस्ट्री तो आयी लेकिन पैकेज सब्सिडी अवधि खत्म होने के बाद उत्पादन ठप्प कर दिया। नतीजतन स्थानीय युवकों को रोजगार के संकट से गुजरना पड़ा और भू माफियाओं की दखलंदाजी बढ़ने से कृषि योग्य भूमि भी घटती चली गई।

जनसंघ की निधि पर भाजपा की शक्ति

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मां और पुत्र के बीच जो शाश्वत प्रेम प्राकृतिक रूप से स्थापित होता है, वह किसी अन्य परस्पर दो जीवो के बीच देखने को नहीं मिलता। इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि मां अपने पुत्र को नौ माह तक पहले गर्भ में उसका पालन पोषण करती है। अनेक…

मीडिया का माइक चालू था और कांग्रेस नेता पढ़ रहे थे शिवकुमार के गैरकानूनी कमाई की किताब

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कांग्रेस और भ्रष्टाचार का बहुत पुराना रिश्ता रहा है और यह रिश्ता लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अगर आप को पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के घोटालों की खबर नहीं मिल रही है तो कारण है उसका सत्ता से दूर रहना। जब देश में राजीव गांधी की सरकार थी…

कन्हैया और जिग्नेश को शामिल करने के खतरे कांग्रेस के लिए ही ज्यादा हैं

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कांग्रेस की दुर्दशा का इससे बड़ा प्रमाण कुछ नहीं हो सकता है कि इस समय उसके बारे में जो भी नकारात्मक टिप्पणी कर दीजिए सब सही लगता है। केंद्रीय नेतृत्व यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जो दांव लगाते हैं वही उल्टा पड़ जाता है। कन्हैया कुमार को…

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ साजिशे….

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लोकतंत्र ने हर व्यक्ति को विरोध करने और अपने विचार खुलकर व्यक्त करने का अधिकार दिया है, इरादा लोकतंत्र को जीवंत और गतिशील बनाना है ताकि समाज और देश के प्रत्येक वर्ग को लाभ हो। हालाँकि कुछ राजनीतिक दलों और उनके संगठनों के अलग-अलग एजेंडा हैं और इस लोकतांत्रिक साधन…

मुख्यमंत्री बदलना भाजपा की चुनावी रणनीति 

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गुजरात भाजपा के राजनीतिक इतिहास की जांच करने पर यह स्पष्ट है कि चुनाव से डेढ़ साल पहले से ही भाजपा के नेता चुनावी रणनीति बनाने में लगे हैं और हर हाल में अगले साल आने वाले चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश कर रहे हैं। संक्षेप में व्यवहार्यता महत्वपूर्ण है, व्यक्ति नहीं।

आरएसएस की तालिबान से तुलना जावेद अख्तर को पहुंचाएगी जेल!

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा कार्यों का जिक्र समाज में बहुत ही कम होता है, जबकि संघ को कट्टर हिंदुत्व के लिए हमेशा से निशाने पर लिया जाता है। क्या ऐसे लोगों को सेवा कार्य नजर नहीं आता या फिर वह जानबूझकर उसे नजर अंदाज करते है। यह जरुरी नहीं…

लखीमपुर: क्या किसानों पर सच में चढ़ाई गयी कार?

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किसानों का आंदोलन दिल्ली से चलकर उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुका है और उत्तर प्रदेश में इसका एक भयानक रूप देखने को मिला जिसने अभी तक 9 लोगों की जान ले ली है। देश में इससे पहले भी किसानों के आंदोलन हुए हैं लेकिन ऐसा आंदोलन शायद यह पहला होगा…

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