संघ की आगामी वर्ष की कार्ययोजना एवं वर्तमान में चल रहे कार्यों की समीक्षा के लिए इस बार कोरोना की महामारी की परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की क्षेत्र बैठक गुरुग्राम में होने वाली है। 11 से 12 नवंबर को सिद्धेश्वर स्कूल में होने वाली बैठक में सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत जी और सह कार्यवाह सुरेश जोशी (भैयाजी) भी उपस्थित रहेंगे। गुरुग्राम में उत्तर क्षेत्र की होने वाली बैठक में जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के 43 सदस्य हिस्सा लेंगे।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्य पद्धति में प्रतिवर्ष नित्य प्रति चल रहे अपने कार्यों की समीक्षा और आगामी कार्यों की योजना के लिए कार्यकारी मंडल की नियमित बैठक दीपावली के आसपास होती है। इस बैठक में प्रांत संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक व ऊपर के दायित्व वाले कार्यकर्ता उपस्थित रहते हैं।
इस वर्ष यह बैठक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होनी चाहिए लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा। बदलते परिवेश व शासकीय दिशा निर्देशों के अनुपालन को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि यह बैठक अखिल भारतीय स्तर पर न करके क्षेत्र के अनुसार की जाए। हालांकि ऐसा पहली बार हो रहा है जब इस तरह की बैठक को क्षेत्रीय रुप में करना पड़ रहा है।
संघ ने अपने कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए देश को 11 क्षेत्रों में बांटा हुआ है जिससे उत्तर क्षेत्र की बैठक का आयोजन गुरुग्राम में किया जा रहा है। इसी प्रकार सारे देश में यह बैठकें संपन्न हो रही है। गुरुग्राम में यह बैठक 2 दिन तक चलेगी जिसमें कोरोना वायरस में स्वयंसेवकों द्वारा किये गए सेवा कार्यो पर चर्चा और समीक्षा होगी, साथ ही कोरोना वायरस से प्रभावित जनजीवन, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन व स्वदेशी आदि गंभीर व समसामयिक विषय पर भी चर्चा होगी।