प्रवासी भारतीय दिवस 2021 “आत्मनिर्भर भारत में योगदान”

भारतीय प्रवासी दिवस हर वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत सन 2003 से हुई है और अभी तक 15 प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जा चुका है। पिछले साल 2019 को प्रवासी दिवस उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मनाया गया था। यह तीन दिवसीय समारोह था जिसमें दुनिया भर से बड़े बड़े उद्योगपति और कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए थे। उससे पहले यह साल 2018 में सिंगापुर में मनाया गया था। कोविड महामारी की वजह से साल 2021 का प्रवासी भारतीय दिवस वर्चुअल रुप में प्रयोजित किया जायेगा। सन 2021 के प्रवासी भारतीय दिवस की वेबसाइट का उदघाटन विदेश राज्य मंत्री श्री वी मुरलीधरन द्वारा किया जा चुका है। साल 2021 के प्रवासी भारतीय दिवस का विषय “आत्मनिर्भर भारत में योगदान” है।       
 
प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर भारत सरकार की तरफ से हर साल 9 जनवरी को तीन दिवसीय कार्यक्रम रखा जाता है। इस कार्यक्रम में विदेशों में रह रहे उन कारोबारियों को आमंत्रित किया जाता है जो अलग अलग क्षेत्रो में भारत का नाम रोशन करते है। व्यापार, विज्ञान और उद्योग सहित तमाम क्षेत्रों में भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन करने के लिए ऐसे लोगों को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित भी किया जाता है। 
 
प्रवासी भारतीय दिवस
प्रवासी दिवस की शुरुआत 2003 से हुई है लेकिन इसका संबंध 1915 से ही माना जाता है। दरअसल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी भारतीय माना जाता है। महात्मा गांधी 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से भारत आये थे उन्होने ना सिर्फ देश की आजादी में बड़ा योगदान दिया है बल्कि देश के युवाओं को आजादी के लिए तैयार किया। इसके बाद से ही 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का विचार स्वर्गीय लक्ष्मीमल सिंघवी जी को आया था जिसके बाद इसकी शुरुआत की गयी। 
विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी भारतीय अपने देश की अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा योगदान देते है। साल 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक 69 बिलियन डॉलर प्रवासी भारतीयों द्वारा भारत भेजा गया था। प्रवासी भारतीय की इस रकम से देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल देखने को मिलता है जबकि भारत के बाद दूसरे नंबर पर चीन के प्रवासी थे। चीन के प्रवासियों ने साल 2018 में 67 बिलियन डॉलर अपने देश में भेजा था। भारत का चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। एक अनुमान के मुताबिक 25 मिलियन से भी अधिक प्रवासी भारतीय समुदाय प्रत्येक महाद्वीव में फैला हुआ है हालांकि समय समय पर इसमें बदलाव होता रहा है। 
 
प्रवासी भारतीय दिवस का उद्देश्य 
प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का उद्देश्य देश प्रेम को बढ़ाना और अपने देश के प्रति जागरुक करना है इसके साथ ही प्रवासी दिवस के मौके पर दुनिया के अलग अलग देशों से आये लोगों को एक दूसरे से अपना अनुभव साझा करने का भी मौका मिलता है। उद्योगपति अपने अपने अनुभव से देश के युवाओं का भी मार्ग दर्शन करते है और एक प्रेरणा भी देते है। इस दौरान देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए कुछ लोगों को सम्मानित और पुरष्कृत किया जाता है। प्रवासी दिवस के दौरान असाधारण योग्यता वाले व्यक्तियों के भारत की अर्थव्यवस्था में विशेष योगदान के लिए प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया जाता है।  

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