सूर्या फाउण्डेशन द्वारा विवेकानंद जयंती (राष्ट्रीय युवा दिवस) के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय प्रेरक कार्यक्रम

स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणाड्डोत के रूप में देश में ही नहीं, दुनियाभर में जाने जाते हैं। स्वामीजी को आदर्श मानकर सूर्या पफाउण्डेशन देशभर में युवा विकास के अनेकानेक कार्यक्रमों का संचालन प्रतिवर्ष करता रहता है। इसी क्रम में दिनांक 10 से 12 जनवरी 2021 ;राष्ट्रीय युवा दिवसद्ध पर कई तरह की ऑनलाइन प्रतियोगिताओं और सेवाकार्यों का भी आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के 10,000 युवाओं ने भाग लिया।

इन कार्यक्रमों में भाषण, चित्राकला, प्रश्नोत्तरी के साथ-साथ बनो विवेकानंद इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। बनो विवेकानंद प्रतियोगिता मे विवेकानंद जी की वेशभूषा पहनकर उनके शक्तिदायी और प्रेरक विचार विद्यार्थियों ने बोले। चित्राकला प्रतियोगिता में विद्यार्थियों द्वारा स्वामी जी के जीवन प्रसंग पर आधरित चित्रा बनाए गए। भाषण प्रतियोगिता में भी लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। स्वामी जी की जीवनी और उनके विचार, संदेशों को विद्यार्थी ठीक से अध्ययन एवं अनुसरण करें, इसके लिए स्वामी जी के जीवन पर आधरित प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में सभी कोई न कोई सेवा कार्य करें, इस प्रकार का आग्रह किया गया था। जिससे स्वामी विवेकानंद जी के उपदेश ‘नर सेवा नारायण सेवा’ को सार्थक किया जा सके। यह प्रयोग भी कापफी सपफल रहा।

युवा दिवस के इस कार्यक्रम में कई गणमान्य महानुभावों के शुभकामना संदेश प्राप्त हुए। पद्मश्री जयप्रकाश, डॉ. संबित पात्राा, डॉ चिन्मय पंड्या ;देव संस्कृति विश्वविद्यालयद्ध, श्री मुकुल कानिटकर ;भारती शिक्षण मंडलद्ध, स्वामी मुनि वत्सल दास ;अक्षरधम, दिल्लीद्ध ने भी अपने शुभकामना संदेश भेजे।

स्वामी विवेकानंद जी ने मात्रा 39 वर्ष 6 माह की आयु में सारे विश्व को दिशा देने वाला कार्य किया। अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई हुई, लेकिन भारत के साथ उन्होंने अपने जीवन को एकाकार कर लिया। पूरे विश्व ने स्वामी जी को एक उभरते हुए युवा सन्यासी के रूप में देखा और उनका स्वागत किया। स्वामी जी के मन में भारत उत्थान के लिए एक तड़पन थी और वे चाहते थे कि नवयुवक देश को आगे बढ़ाने के काम में लगे। स्वामी जी के विचार सदा सर्वदा हमें प्रेरित करते रहेंगे। प्रत्येक युवा को स्वामी जी के जीवन का अध्ययन करना चाहिए। इस प्रकार की प्रतियोगिता एक माध्यम है ऐसे महापुरुषों के विचारों को अपने जीवन में उतारने की।

दिनांक 10 से 12 जनवरी तक आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के परिणामों की घोषणा दिनांक
23 जनवरी को की जाएगी। जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रा दिया जाएगा और विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतियोगिताओं के परिणाम को सूर्या पफाउण्डेशन की वेवसाइट नतलंविनदकंजपवदण्वतह पर देखा जा सकता है।

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