राम मंदिर निर्माण: जानिए हिन्दू धाम गेट की खासियत

राम मंदिर निर्माण भारत ही नहीं बल्कि विश्व के लिए भी एक बड़ा मुद्दा है। पूरी दुनिया से प्रभु राम के भक्त मंदिर बनने का इंतजार कर रहे है और इस आस में सभी है कि उन्हे मंदिर में दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हो। वहीं मंदिर का काम भी तेजी से चल रहा है। राम मंदिर के निर्माण में विशाल जनसमूह को लगाया गया है जो लगातार मंदिर के काम को आगे बढ़ा रहा है। अभी मंदिर की नींव पर काम चल रहा है और इसकी पहली परत को तैयार किया जा रहा है। मंदिर की 50 फीट गहरी नींव को 44 परतों में भरने की योजना है जिसकी पहली परत पर काम चल रहा है।

मंदिर निर्माण के लिए 2.77 एकड़ जमीन की खुदाई की गयी है जिसमें 400 फीट लंबा और 250 फीट चौड़ा गड्ढा खोदा गया है जिसमें मंदिर नींव का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण करने वालों के मुताबिक यह गड्ढा समुद्र तल से 95 मीटर ऊंचा है जबकि मंदिर निर्माण के लिए इसे 107 मीटर तक ऊपर लाना है। मंदिर नींव के पहले लेयर का काम करीब 50 फीसदी पूरा कर लिया गया है और इसे 20 अप्रैल तक पूरी तरह से पूरा कर लिया जाएगा इसके बाद करीब 28 दिन का समय इसे सूखने में लगेगा क्योंकि नींव की पहली लेयर काफी मोटी है जिससे इसे सूखने में समय लगेगा।

मंदिर नींव की पहली लेयर तैयार होने के बाद वायब्रो रोलर की मदद से इसकी क्षमता नापी जायेगी और उसी के आधार पर आगे का काम शुरू किया जायेगा। नींव पर काम करने वालों का कहना है कि करीब सितंबर तक नींव का काम पूरा हो जाएगा जिसके बाद मंदिर निर्माण का काम शुरू होगा। इस समय मंदिर निर्माण में करीब 50 से अधिक मजदूर और 10 से अधिक इंजीनियर लगे हुए है, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि राम का निर्माण अब 70 एकड़ की जगह 107 एकड़ में मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। ट्रस्ट ने मंदिर परिसर के आसपास की 7285 स्क्वायर फीट जमीन का अधिग्रहण किया है।

राम मंदिर निर्माण के साथ साथ इसमें लगने वाले पत्थरों पर भी काम तेजी से चल रहा है। देश के अलग अलग राज्यों से आने वाले पत्थरों को भी तैयार किया जा रहा है जिससे मंदिर निर्माण के समय तक यह भी तैयार रहें। राम मंदिर परिसर में कुल 62 द्वार बनने वाले है जिसमें से एक द्वार हिन्दू धाम जो पंचकोशी के लिए बनने वाला है उसका पत्थर तैयार हो चुका है और राजस्थान से अयोध्या भी पहुंच चुका है। इस द्वार में छीतर के पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है और इसमें उच्च कोटि की नक्काशी भी की गयी है जिसमें द्वार के मुख्य भाग में राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान जी की प्रतिमा लगायी गयी है जो बहुत ही सुंदर है।

आप को बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की नींव रखी थी। कोर्ट ने मंदिर के लिए 70 एकड़ जमीन दिया था जिसमें से 5 एकड़ में मंंदिर का निर्माण कराया जा रहा है जबकि बाकी जगहों में अन्य मंदिर, धर्मशाला, म्यूजियम और लाइब्रेरी का निर्माण कराया जायेगा। मंदिर निर्माण के लिए लार्सन एंड टुर्बो (L&T) के साथ करार किया गया है जबकि बाकी निर्माण के लिए टाटा के साथ कांट्रैक्ट किया गया है।

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