देश दूसरी लहर से जूझ रहा है और तीसरी लहर की उम्मीद ने सभी को डरा रखा है ऐसे में केरल से डराने वाली खबर सामने आ रही है। केरल में अचानक से संक्रमित लोगों में इजाफा देखने को मिल रहा है जिससे राज्य और केंद्र सरकार चिंतित है। केरल में बुधवार को 22056 लोग संक्रमित पाये गये और इसके साथ ही कुल संक्रमित लोगों की संख्या 33 लाख 27 हजार 301 तक पहुंच गयी।
केरल में बढ़ते संक्रमण की वजह से केंद्र सरकार ने एक टीम केरल के लिए रवाना कर दी है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निर्देशक की अध्यक्षता में 6 सदस्यों की टीम केरल के लिए भेजा है। केंद्र की यह टीम राज्य सरकार के साथ मिलकर कोरोना पर काबू पाने में मदद करेगी। केंद्र की टीम राज्य के अस्पतालों में बेड, एंबुलेंस, वेंटिलेटर और मेडिकल ऑक्सीजन की जांच करेगा ताकि आने वाली संक्रमण की लहर का सामना किया जा सके।
राज्य सरकार की तरफ से आंकड़े जारी करते हुए कहा गया कि अभी तक 17761 लोग कोरोना वायरस से ठीक हो चुके है। केरल के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मलप्पुरम, त्रिशूर, कोझिकोड, एर्नाकुलम, पलक्कड़, कोल्लम, कन्नूर और तिरुवनंतपुरम शामिल है। इन जिलों से सबसे अधिक संक्रमण के केस बाहर आ रहे है। राज्य में बढ़ते संक्रमण के बाद सरकार ने दो दिनों का पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। केरल में 31 जुलाई व 1 अगस्त को पूर्ण बंदी रहेगी।
पूरे देश में सबसे अधिक संक्रमण केरल में फैल रहा है जिससे लॉक डाउन लगाने का फैसला लिया गया है। पिछले दो दिनों से राज्य में 22 हजार से अधिक मामले दर्ज किये जा रहे है जो राज्य के लिए चिंता का विषय है। केरल में अचानक से संक्रमण दर में तेजी आने की वजह पर भी सरकार नजर बनाए हुए है एक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ केरल में 50 फीसदी केस पाये जा रहे है और अचानक से हुए इस संक्रमण विस्फोट का कारण ईंद पर दी गयी छूट को बताया जा रहा है।