आजाद पार्क से क्यों हटाई गई मस्जिद व मजार ?

इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रयागराज के चंद्रशेखर आजाद पार्क से अवैध मस्जिद व मजार को तोड़ कर हटा दिया गया। पार्क में कुछ मंदिरों को भी तोड़ा गया है क्योंकि यह अवैध रूप से तैयार किए गये थे। इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गयी थी जिसमें यह मांग की गयी थी कि पार्क और खुले मैदान पर तेजी से अवैध निर्माण हो रहा है इसलिए इन पर रोक लगाने की जरूरत है। कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए अवैध निर्माण हटाने का आदेश दिया। आजाद पार्क पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि यह पार्क 1975 में बना था इसलिए इसके बाद जो भी निर्माण हुआ हो उसे अवैध करार देते हुए प्रशासन उसे दो दिन में तोड़ने का काम करे। 
 
कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन हरकत में आया और तुरंत से तोड़क कार्रवाई शुरु की, जानकारी के मुताबिक शनिवार देर रात तक अवैध निर्माण को हटाने का काम जारी रहा जिसमें एक मस्जिद, 14 कब्र और तीन मंदिर सहित कुल करीब 3 दर्जन धार्मिक स्थल शामिल है। पार्क में बने अवैध निर्माण को तोड़कर वहां पर पौधे लगा दिए गये हैं। आप को बता दें कि इस साल जुलाई में कोर्ट में यह याचिका दायर की गयी थी जिसमें जितेंद्र सिंह ने पार्क से अवैध निर्माण हटाने की मांग की थी। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और राज्य सरकार सहित कई लोगों को नोटिस जारी किया था और इस अवैध निर्माण को हटाने की मांग की थी।  
 
प्रयागराज विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन की तरफ से कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई की गयी। पार्क में 1975 के बाद हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया जिसमें एक पुरानी मजार और उसके बगल में बनी तीन छोटी मजार, ज्ञान वृक्ष मंदिर के आगे बनाए गए अवैध निर्माण और एक मस्जिद को तोड़ा गया है। प्रशासन ने तोड़क कार्रवाई के बाद उस स्थान पर पेड़ लगा दिए हैं। 

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