राहुल गांधी ने आम बजट को लेकर एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार को घेरा और उसे अमीरों की सरकार बताया है। केंद्र सरकार की तरफ से 1 फरवरी को पेश हुए बजट को देश की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण बजट बताया गया जबकि विपक्षी दल खासकर कांग्रेस की तरफ से इस बजट को मात्र एक झुनझुना बताया जा रहा है। राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण को भी दिशाहीन बताया और कहा कि बजट देश की जनता के लिए सिर्फ वादों की एक लिस्ट है जिसका सिर्फ जनता को इंतजार करना है। राहुल गांधी ने बजट की पूरी तरह से आलोचना की और कहा कि पिछली बार की तरह ही इस बार भी सरकार ने सिर्फ वादें किए है इसका जमीनी स्तर से कोई लेना देना नहीं है।
राहुल गांधी की तरफ से रोजगार को लेकर एक आंकड़ा पेश किया गया जिसमें यह बताया गया कि कांग्रेस के कार्यकाल में 27 करोड़ लोगों को रोजगार दिया गया था जबकि वर्तमान सरकार ने 23 करोड़ लोगों को बेरोजगार कर दिय। राहुल गांधी ने यह आंकड़ा तो दिया लेकिन उन्होंने दोनों सरकारों के समय पर ध्यान नहीं दिया। वर्तमान सरकार पिछले करीब 2 सालों से कोविड महामारी से जूझ रही है जिससे उसके सामने चुनौतियां अधिक हो चुकी है। कोविड महामारी से ना सिर्फ भारत बल्कि विश्व के विकसित देश भी पूरी तरह से परेशान हैं ऐसे में विपक्ष का यह आरोप पूरी तरह से निराधार हो सकता है।
वायनाड से सांसद राहुल ने सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी लेकिन उनके अधिकतर आरोप वहीं पुराने हैं जो 2014 से चले आ रहे हैं उन्होंने मोदी सरकार को फिर से अंबानी और अडानी की सरकार बताया और कहा कि मोदी सरकार ने दो भारत कर दिया है एक अमीरों वाला भारत और एक गरीब जनता वाला भारत। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना वायरस की तरह ही देश में A-A वैरिएंट फैल रहा है यहां A-A से तात्पर्य अंबानी और अडानी से है जो पूरे देश की अर्थव्यवस्था को अपनी चपेट में लेते जा रहे हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में सिर्फ दो ही लोगों को सब कुछ दिया जा रहा है जिससे आने वाले समय में सिर्फ दो ही लोगों के पास देश का सब कुछ पावर होगा।
यह बात को शायद किसी से भी छिपी नहीं है कि पीएम मोदी की जान के दुश्मन अधिक होंगे हालांकि किसी भी देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा इसलिए इतनी अधिक होती है क्योंकि उसके फैसलों से तमाम लोग नाराज होते हैं ऐसे में दुश्मन कभी भी हमला कर सकते हैं। मोदी के ऐतिहासिक फैसलों की वजह से जायज है कि उनके दुश्मन भी अधिक होंगे लेकिन बजट सत्र के दौरान राहुल गांधी ने उन्हें यह बात खुल कर बता दी। गांधी परिवार का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मेरे परनाना (नेहरू) ने 15 साल जेल में बिताए थे, मेरी दादी (इंदिरा) को 32 गोली मारी गयी थी और मेरे पिता जी के शरीर के चिथड़े उड़ा दिए गये थे मैंने यह सब देखा है इसलिए इस देश के लोगों को अच्छे से जानता हूं और आप को यह सलाह दूंगा कि आप जिस गति से भाग रहे है उस पर विराम लगाए अन्यथा अंजाम कुछ भी हो सकता है। राहुल ने पीएम मोदी को सलाह देते हुए कहा कि आप के संवेदनशील मुद्दों से कम उलझना चाहिए ऐसे मुद्दे आप के जीवन के लिए घातक हो सकते है।