भविष्य के भारत में इंदौर की भूमिका

मध्य प्रदेश के आर्थिक नगर इंदौर में केंद्र – राज्य सरकार के सहयोग एवं नगर निगम प्रशासन की मेहनत के कारण वहां विकास की लहर प्रवाहमान हो रही है। वर्तमान में इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। जल्दी ही अन्य क्षेत्रों में भी इंदौर पहले पायदान पर दिख सकता है। इस कार्य हेतु व्यापक स्तर पर कार्य सम्पादित किए जा रहे हैं।

कालचक्र की गति प्रगति के उन नए सोपानों को गढ़ने वाली है, जिनके सपने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के लोकप्रिय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में भारत की युवा पीढ़ी ने देखे हैं, हां… हमारा सोचने का अंदाज बदला है, हां… हम सपनों को साकार करने का पुरुषार्थ कर रहे हैं, हां… विश्व के प्रमुख देशों के विज्ञान, अनुसंधान, अंतरिक्ष और आईटी सेक्टर मूल भारतीय टेक्नोक्रेट्स की कार्यक्षमताओं से आगे बढ़ रहे हैं।

इक्कीसवीं सदी का नया भारत

इक्कीसवीं सदी का नया भारत तेजी से विश्व को नई दिशा देने में अपनी भूमिका निभा रहा है। यह भारत आतंकवाद, घुसपैठ और विस्तारवाद की नीति के खिलाफ है। अब अपना देश विश्व मंच पर अपने राष्ट्रीय हितों के लिए पूरी शक्ति के साथ अपनी बात रखता है, समय आने पर ‘जैसे को तैसा’ तर्ज पर उत्तर देना भी जानता है।

मोदीजी का सशक्त राजनीतिक नेतृत्व

सशक्त राजनीतिक नेतृत्व के प्रकाश में देश की युवा शक्ति अपने पुरुषार्थ से नया इतिहास लिखने के लिए तत्पर है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 130 करोड़ भारतवासियों की आशाओं के प्रतीक बन कर उभरे हैं। उनके नेतृत्व में विश्व के हर देश में रहने वाले प्रवासी भारतीय, उद्यमी, युवा और प्रत्येक भारतवासी नवीन प्रेरणा, आत्मगौरव और अपनत्व की अनुभूति कर रहे हैं। कर्मयोग के प्रति समर्पण और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति ने नई प्रशासनिक व राजनीतिक संस्कृति को जन्म दिया है। स्टार्ट अप, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, सैन्य हथियारों का स्वदेशीकरण, नेशनल मेडिकल सिस्टम, एजुकेशन, राष्ट्रीय राजमार्ग, जलमार्गों का विकास, वायु मार्ग के माध्यम से प्रमुख शहरों से तेज सम्पर्क जैसे हर क्षेत्र में हम तेजी से आगे बढ़े हैं।

दुनिया की आशाओं का केंद्र भारत

वैश्विक परिदृश्य को देखें तो दुनिया आज भारत को विश्व राजनीति का केंद्र मानती है। यह बदलाव प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक रूप में भारत की एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरती छवि का प्रतीक है। हमारी विदेश नीति की सफलता ने परिदृश्य बदल दिया है। भारत नई छवि और नए लक्ष्यों को लेकर दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है।

विश्व की हम पांचवी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभर कर आए हैं। हमारा विकास सर्ववेशी है। प्रधान मंत्री कहते हैं कि देश के प्रत्येक नागरिक को कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ अपनी-अपनी भूमिकाओं को निभाना है, तभी तो हम समृद्ध, सशक्त और कल्याणकारी देश का निर्माण कर सकेंगे। नया भारत नई आधुनिक दुनिया के साथ तेज गति से चलने को तैयार है। जरूरत पड़ने पर हम दुनिया को भौतिक व आध्यात्मिक प्रगति का संदेश भी देना चाहते हैं।

मध्यप्रदेश भारत का हृदय है। यशस्वी मुख्य मंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में मप्र आज बीमारू राज्यों की श्रेणी से निकल कर तेजी से विकसित होते राज्यों की पंक्ति में सम्मिलित हो गया है। मप्र की आठ करोड़ जनता का सहयोग हमारी शक्ति है।

स्वच्छता का रोल मॉडल इंदौर

देश का हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश है। स्वच्छता अभियान की सफलता ने देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को भविष्य की सम्भावनाओं का हृदय प्रदेश बना दिया है। तभी तो गौरव के वह क्षण हम महसूस करते हैं। हम गौरवान्वित हुए जब इंडोनेशिया में जी-20 देशों की बैठक के दौरान यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व के प्रवासी भारतीयों को भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने का आमंत्रण दिया। इंदौर स्वच्छता और विकास के आदर्श रोल मॉडल के रूप में विकसित हुआ है।

अनंत सम्भावनाओं का शहर इंदौर

हां…अपना इंदौर अब औद्योगिक अवसरों का केंद्र है, हां…हमारी आर्थिक शक्ति की वृद्धि और विकास दर देश के सबसे तेज बढ़ते शहरों में से एक है,  हां… हमारी संस्कृति, परम्परा, खानपान और शांतिप्रियता विश्व के इन्वेस्टर्स को निवेश का बड़ा अवसर प्रदान करती है क्योंकि हमारा इंदौर जीवंत, युवा, भविष्य की सम्भावनाओं से ओतप्रोत स्थिर अर्थव्यवस्था है। इंदौर शिक्षा का बड़ा केंद्र है। अनेक शैक्षणिक संस्थान लाखों प्रवासी विद्यार्थियों को शिक्षा और दिशा दे रहे हैं। सौभाग्य है देश में इंदौर ही एकमात्र ऐसा शहर है जहां, आईआईएम और और आईआईटी दोनों संस्थान हैं।

नमकीन क्लस्टर : इंदौर के नमकीन के स्वाद को देश-प्रदेश ही नहीं बल्कि विश्व में सराहा जाता है। इंदौरी नमकीन की दुनिया दीवानी है। 200 से अधिक प्रकार का नमकीन इंदौर में बनता है। हर दिन 180 टन नमकीन बनाया जाता है। लगभग 1 हजार करोड़ रुपए का सालाना टर्नओवर है। मप्र शासन द्वारा औद्योगिक विकास निगम के माध्यम से नवीन नमकीन क्लस्टर का निर्माण किया जा रहा है।

टॉयज क्लस्टर : इंदौर में निर्मित चमड़े के खिलौने पूरी दुनिया में पहचान बना चुके हैं। रंगवासा के पास टॉय क्लस्टर का विस्तार होना है। 20 से अधिक बड़ी खिलौना फैक्ट्रियां यहां लगेंगी जिनमें करोड़ों रुपए का निवेश होगा और लगभग 3 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।

फार्मा सेक्टर : इंदौर और उज्जैन के मध्य 50 एकड़ जमीन पर फार्मा पार्क का निर्माण हो रहा है। लगभग 1000 करोड़ से अधिक का निवेश होगा। 100 से अधिक उद्योग स्थापित होंगे।

स्टार्ट अप : स्टार्ट अप इंडिया भारत सरकार की प्रमुख पहल है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का उद्देश्य युवा उद्यमियों के लिए नए अवसर और नया प्लेटफार्म प्रदान करना है। इंदौर में लगभग 700 से अधिक स्टार्ट अप को फंडिंग मिल रही है। अब ये युवा बड़े उद्योगों को आकर्षित कर रहे हैं। वर्ष- 2022 में नगर को स्टार्ट अप योजना में 1500 करोड़ रुपए की फंडिंग की गई है। स्टार्ट अप हब के लिए सुपर कॉरिडोर पर 200 एकड़ जमीन की उपलब्धता तलाशी जा रही है। साथ ही दाल मिल क्लस्टर जैसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम जारी है।

औद्योगिक क्षेत्र : मप्र की औद्योगिक राजधानी इंदौर को वर्ष 1866 से होलकर राजवंश के काल में कॉटन मिलों के लिए पहचाना जाता है। 1909 से 1925 के मध्य इंदौर में छोटी-बड़ी 15 से अधिक कॉटन मिलें स्थापित हुईं। पूरे देश में इंदौर की पहचान कॉटन उद्योग के रूप में हुई। आजादी के बाद इंदौर में पोलोग्राउंड, सांवेर रोड, पालदा औद्योगिक क्षेत्र, प्रशिक्षण संस्थान इंडो-जर्मन टूल रूम जैसी महत्वपूर्ण इकाईयां कार्य कर रही हैं। देश का प्रसिद्ध औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर इंदौर के समीप स्थित है। इसे एशिया का डेट्रॉइट कहा गया है। पीथमपुर में कार्गो कॉम्प्लेक्स, ट्रांसपोर्ट सेक्टर सहित सैकड़ों उद्योग स्थापित हैं। भविष्य में उद्योगों के विस्तार की सम्भावनाएं भी हैं। इंदौर वायुमार्ग, सड़क और रेलवे से सीधे जुड़ा होने के कारण पीथमपुर, देवास और इंदौर के उद्योग क्षेत्र के लिए पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के परिवहन के साधन उपलब्ध हैं।

निवेशकों की पसंद इंदौर

वर्ष 1900 में औद्योगिक क्रांति के साथ इंदौर के होलकर राजवंश के प्रयासों से कपड़ा मिलों ने 100 वर्षों तक इंदौर को औद्योगिक रूप से विश्व में स्थापित रखा। आज का इंदौर रेडीमेड गारमेंट, नमकीन, लेदर टॉयज, इलेक्टॉनिक्स  एजुकेशनल हब, टेक्नॉलॉजी हब, पर्यटन हब, लॉजिस्टिक हब जैसे अनेक क्षेत्रों को अपने में समाए हुए है। पर्यावरणीय स्थिरता इंदौर की बड़ी ताकत है। पानी की उपलब्धता, रचनात्मक आचरण, कृषि और व्यापार का पुराना केंद्र, देश के सभी क्षेत्रों से सड़क, रेल व एयर कनेक्टिविटी, उत्सवप्रिय व शांतिप्रिय जनता होने के कारण निवेश के लिए यहां पर्याप्त सम्भावनाएं हैं।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र व राज्य सरकार के प्रयासों से भारत विश्व का मैन्युफेक्चरिंग हब बनेगा और भारत की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत होगी। मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप, आईटी सेक्टर, उद्योग, फार्मा और आत्मनिर्भर भारत अभियान में स्वदेशीकरण के माध्यम से इंदौर अग्रणी भूमिका निभाएगा, यह हमारा विश्वास है।

इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है और यह देश का सबसे सुरक्षित शहर भी बन रहा है। हम सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम जनसहयोग से लागू कर रहे हैं, जिसके लिए नगरीय एक्ट के अंतर्गत जनसहयोग से यह व्यवस्था प्रारम्भ हो रही है।

जीडीपी में अग्रणी इंदौर

मध्यप्रदेश शासन के योजना, आर्थिक एव सांख्यिकी विभाग के अनुसार इंदौर जिले की कुल जीडीपी वित्तीय वर्ष 2021-22 में 97,450 करोड़ रुपए के साथ पूरे प्रदेश में सर्वाधिक थी। इंदौर प्रदेश की व्यापारिक और आर्थिक राजधानी है। नेशनल जीडीपी की दृष्टि से पूरे देश में इंदौर का अग्रणी स्थान है।

2023 : ग्रीन एनर्जी हमारा लक्ष्य

प्रधान मंत्री  का फोकस हमेशा ग्रीन एनर्जी, सोलर और विंड एनर्जी पर रहता है। इंदौर शहर की पेयजल आपूर्ति का मुख्य स्रोत नर्मदा नदी है। हम जलूद से नर्मदा का पानी पम्प करके इंदौर लाते हैं। इस प्रक्रिया में करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। इंदौर नगर पालिका निगम जलूद में इंदौर के जलप्रदाय के लिए लगने वाली बिजली के व्यय को कम करने हेतु सोलर प्लांट स्थापित कर रहा है। सौर ऊर्जा के माध्यम से नर्मदा का पानी पम्प करके इंदौर लाया जाएगा। इस तरह ग्रीन एनर्जी के माध्यम से हम प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए की बचत करेंगे। शहर के विकास में पूर्व महापौर स्व. पं. श्रीवल्लभ शर्मा, स्व. नारायण राव धर्म, स्व. राजेंद्र धारकर, स्व. लालचंद मित्तल, स्व. मधुकर वर्मा आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विशेष रूप स कैलाश विजयवर्गीय, उमाशशि शर्मा, श्रीकृष्णमुरारी मोघे, मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी के मार्गदर्शन में हम भविष्य के इंदौर के विकास को सुनिश्चित कर रहे हैं। आइए, इंदौर आपका स्वागत करता है। इस विकास यात्रा में आप भी सहभागी हों और विभिन्न क्षेत्रों में हमारे साथ कदम से कदम मिला कर आगे बढ़ें… इसी निवेदन के साथ।

प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका

अध्यात्म, संस्कृति, जीवन मूल्य, विज्ञान और अनुसंधान में भारतवंशी विश्वगुरु की भूमिका निभा रहे हैं। विश्व के अधिकांश विकसित राष्ट्र भारतवासियों को शांत, सुसंस्कृत और अनुशासित नागरिकों के रूप में सम्मान देते हैं। आज का भारत व्यापार, उद्योग, आईटी सहित पूरी दुनिया को आत्मनिर्भरता का संदेश दे रहा है। अपने संसाधनों का अधिकतम दोहन और उपयोग हमें नई ऊंचाईयां प्रदान कर रहा है। हम वर्तमान की उपलब्धियों से भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। हम तैयार हैं एक नया इतिहास रचने के लिए। भारत के इस राष्ट्रीय पुरुषार्थ का विश्व परिदृश्य पर प्रगटीकरण अपनी स्थायी छाप छोड़ रहा है।

– पुष्यमित्र भार्गव 

Leave a Reply