विहिप के मंदिर अर्चक पुरोहित आयाम की ओर से मंदिर अर्चक पुरोहित आयाम और वरद गणेश मंदिर संस्थान के सहयोग से 9 मई 2024 को सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक दैनिक पूजा शुद्ध तरीके से कैसे करें, इस पर एक निःशुल्क प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। समर्थ नगर स्थित श्री गणेश सभा के वरद गणेश मंदिर में आयोजित इस वर्ग को भारी प्रतिसाद मिला। इस कार्यक्रम में सभी जातियों के 250 से अधिक महिला, पुरुष, बच्चे, कामकाजी, सेवानिवृत्त श्रद्धालु शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में मंदिर अर्चक पुरोहित आयाम के देवगिरी जिला प्रमुख राजीव जहागीरदार ने कार्यक्रम के आयोजन के पीछे की भूमिका के बारे में बताया और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दू संस्कृति में देवघर देवपूजा सामूहिक स्तोत्र पठन का विशेष महत्व है, अत: घर में नियमित पूजा में पूरे परिवार की भागीदारी जरूरी
है। इसी महत्व को रेखांकित करने हेतु विश्व हिंदू परिषद अंतर्गत मंदिर अर्चक पुरोहित आयाम की ओर से उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने आगे कहा कि यह कार्यक्रम शहर में पहला है और इसके बाद सिडको, वालूज, सातारा क्षेत्र में भी प्रशिक्षण वर्ग आयोजित की जाएंगी। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद देवगिरी प्रांत अध्यक्ष संजय आप्पा बारगजे ने भी अपने विचार प्रकट किए।
श्री नागेश मूर्तिकार गुरुजी एवं श्री वैभव मसलेकर गुरुजी ने उत्तम विधि एवं शास्त्रानुसार पूजा कैसे करें, आरती कैसे करें, पूजा की तैयारी कैसे करें और पूजा करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, इसका व्यावहारिक प्रदर्शन किया और फिर भक्तों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर दिए। उपस्थित प्रशिक्षुओं ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे मन में उठने वाले प्रश्नों का समाधान मिल गया है और ऐसे ही जागरण की दृष्टि से ऐसे कार्यक्रम शहर के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किए जाने चाहिए। साथ ही उपस्थित कई भक्तों ने कहा कि इस विषय के प्रचार-प्रसार के लिए हम अधिक समय देने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम का संचालन संभाजी नगर जिला अर्चक पुरोहित आयाम प्रमुख राकेश जोशी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन जिला प्रमुख रवि कुलकर्णी ने किया। शरद बावस्कर, अरुण जाधव, प्रकाश कहालेकर ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों के पंजीकरण का कार्यभार संभाला। ऋषिकेश भंडारी और उनकी टीम ने प्रशिक्षण के लिए आए सभी लोगों को तिलक लगाने की व्यवस्था की। प्रशिक्षण वर्ग को सफल बनाने हेतु योगेश पाठक, विनोद शेवतेकर, रवींद्र कुलकर्णी, अरुण जाधव, संजय डाके, अप्पा वाडगावकर, अनुराधा ताई पुराणिक, शिल्पा जहागीरदार, हर्ष पाठक ने अथक परिश्रम किया।