चोर नही चोर की मां को पकड़ें

Continue Readingचोर नही चोर की मां को पकड़ें

भारत मे अधिकतर लोगों को यह ज्ञान नही कि बताने, बोलने, कहने, चिल्लाने और भौंकने में शब्दों का ही अंतर नही बल्कि क्रिया का भी अंतर है, भावना और संस्कृति का भी अंतर है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 (1) में वर्णित स्वतंत्रता को लोग  ऐसा मान लेते हैं जैसे…

भारतीय संस्कृति का विकृत रूप

Continue Readingभारतीय संस्कृति का विकृत रूप

भारतीय चिंतन परंपरा में ईश्वर की उपस्थिति सर्वत्र मानी गई गई। ईशोपनिषद में कहा गया है कि "ईशावास्यमिदं सर्वं यदकिंचिदजगत्यां जगत" संसार की प्रत्येक वस्तु में ईश्वर का वास है। वैदिक संस्कृति में ईश्वर को ब्रह्म कहा गया है। उसे ही परमेश्वर और परमात्मा भी कहते हैं। वह परमात्मा अपने…

सीपेक तो बहाना है, भारत को डराना है

Continue Readingसीपेक तो बहाना है, भारत को डराना है

संसार में चीन एक मात्र ऐसा देश है जिसके बारे में कहावत है " ऐसा कोई सगा नही जिसको हमने ठगा नही"। चीन की यह नीति रही कि पड़ोसी देशों का अतिक्रमण किया जाय। हांगकांग और मकाऊ चीन ने पहले ही हड़प लिए हैं उसकी सीमाओं से सटे 14 देश…

राजद्रोह – केवल राजगद्दी का मोह

Continue Readingराजद्रोह – केवल राजगद्दी का मोह

भारतीय समाज में सास बहू के झगड़े बिल्कुल ऐसे ही रहे हैं जैसी आधुनिक राजनीति। अपना मौका मिलते ही परिभाषाएं भी बदल जाती हैं, आचरण भी बदल जाता है। यह उस धारणा के आलोक में है जिस धारणा में अंग्रेजों के शासन काल में 1870 में एक कानून बनाया गया…

राजधर्म- ऊंचे पदों के बौने लोग

Read more about the article राजधर्म- ऊंचे पदों के बौने लोग
New Delhi : Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal addressing a press conference virtually, New Delhi, on Thursday, May 05, 2022.(Photo:IANS/AAP Video Grab)
Continue Readingराजधर्म- ऊंचे पदों के बौने लोग

बात अप्रैल 1999 की है। भारत के प्रधानमंत्री थे अटल बिहारी बाजपेयी। लोकसभा में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मतदान हुआ। सरकार के पक्ष में 269 मत पड़े और विपक्ष में 270 मत। एक वोट से 13 महीने पूर्व बनी भाजपा नीत एन डी ए सरकार,…

निष्पक्ष पत्रकारिता या धंधे की पत्रकारिता

Continue Readingनिष्पक्ष पत्रकारिता या धंधे की पत्रकारिता

वर्किंग जर्नलिस्टस ऑफ इंडिया ने अपनी मांगों के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर पर बहु चर्चित धरना- प्रदर्शन का आयोजन 30 मार्च को किया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में पत्रकारों और मीडिया कर्मियों ने भाग लिया और एक ज्ञापन प्रधानमंत्री कार्यालय को दिया। उनकी बहुत सी मांगे बहुत…

विश्व में विचार पर विचारवाद का संकट

Continue Readingविश्व में विचार पर विचारवाद का संकट

  विचार वह ऊर्जा बिंदु है जो शक्ति का काम करता है। बिल्कुल चाकू की तरह। एक सर्जन की हाथ मे हो तो जान बचाने के काम आता है और अनाड़ी के हाथ मे हो तो मर्डर करने की दुश्चिंता बनी रहती है। दुनियाभर के महान सामाजिक चिंतकों ने मानव…

बदल गए राजनीति के पैंतरे : जाति नही वर्ग के फैसले

Continue Readingबदल गए राजनीति के पैंतरे : जाति नही वर्ग के फैसले

चुनाव आयोग ने 8 जनवरी 2022 को पांच राज्यों की विधानसभाओं के लिए चुनाव का शंखनाद किया था। ये राज्य हैं- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा। फरवरी-मार्च में सात चरणों में मतदान सम्पन्न हुए। 10 मार्च को मतगणना सम्पन्न हुई, ये तथ्य सभी को ज्ञात हैं। वैसे तो…

गढ़वाली संस्कृति का आईना गढ़वाली लोकगीत

Continue Readingगढ़वाली संस्कृति का आईना गढ़वाली लोकगीत

हमारे लोकगीत समय के सही दस्तावेज हैं। जिस लोक में लोकलाज भी व्याप्त है, वह न ऊंचा देखता है न नीचा। लोक को जो उचित लगता है उस पर गीत तैयार कर इतिहास रच देता है।

End of content

No more pages to load