कठिन परिस्थितियों में उभरा व्यक्तित्व

Continue Readingकठिन परिस्थितियों में उभरा व्यक्तित्व

प्रधानमंत्री मोदी में देश में बदलाव लाने की ललक, ऊर्जा एवं स्फूर्ति, कठिन चुनौतियों से निपटने का साहस वैसे ही बरकरार है। विपक्ष ने उनके विरोध में मुसीबतें खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन उन्होंने बखूबी उसका सामना किया और सबसे लोकप्रिय राजनेता के रूप में बने हैं।

नेतृत्व और विकास

Continue Readingनेतृत्व और विकास

    विपक्षी दल जानते हैं कि एक बार मोदी दिल्ली में जम गए, उसके बाद उन्हें उखाड़ना मुश्किल होता जाएगा। इसलिए वे उन्हें उखाड़ने के लिए हर तरीका इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन मोदी की असली ताकत उनका जनता से सीधा सम्पर्क और जनता का उन पर विश्वास है। ऐसे में उन्हें कौन डिगाएगा?

प्रधानमंत्री नहीं, प्रेरणामंत्री

Continue Readingप्रधानमंत्री नहीं, प्रेरणामंत्री

नरेंद्र मोदी (नमो) सरकार ने चार वर्ष में बहुतेरे नवाचारों, संकल्पों, योजनाओं व विषयों को दिशा दी। सार रूप में इतना कहा जा सकता है कि यह सरकार भाजपा की राजनैतिक तो पूंजी है ही, हम भारतीयों के लिए भी नैतिक पूंजी बनने जा रही है। नमो केवल प्रधानमंत्री ही नहीं हैं, प्रेरणामंत्री भी हैं।  

विकास के पथ पर भारतीय रेल

Continue Readingविकास के पथ पर भारतीय रेल

रेलवे एक सेवाभाव वाला मंत्रालय है, जो जनता और उद्योगों को अपनी सेवा देता है। यह सेवा सुरक्षित, सुविधाजनक, क्षमताजनक होने के साथ-साथ देश की आर्थिक, तकनीकी, सांस्कृतिक पहचान और रोजगार देनेवाले साधन के रूप में भी उपयोगी है। सरकार इस दिशा में भरसक प्रयास कर रही है और उसके परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं।

विकास के मुद्दे को जनआंदोलन का रूप

Continue Readingविकास के मुद्दे को जनआंदोलन का रूप

स्वामी विवेकानंद से किसी ने पूछा था, ”स्वामी जी आपने आज तक क्या किया है?” जवाब में स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन के अंतिम दिनों की व्याख्या करते हुए कहा था, “एक और विवेकनंद चाहिए, यह समझने के लिए कि इस विवेकनंद ने अब तक क्या किया है।”

End of content

No more pages to load