हल्के से बदलाव पर हंगामा

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देश की शिक्षा नीति में बदलाव हुआ है तो जाहिर सी बात है कि किताबों में भी कुछ बदलाव अवश्य होंगे। कुछ लोग राजनीतिक ईर्ष्यावश विरोध कर रहे हैं, जबकि शिक्षाविद् इसे सही कदम बता रहे हैं। इसलिए इस तरह के विरोधों का कोई अर्थ नहीं रह जाता है। सिलेबस…

सच्चा इतिहास युवा पीढ़ी को बनाएगा जिज्ञासु विज्ञानी

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राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एन.सी.ई.आर.टी.) द्वारा दसवीं, ग्यारहवीं व बारहवीं की पुस्तकों में कतिपय संशोधन किए गए हैं। इन पुस्तकों में बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक पाठ्यक्रम बनाए जाते हैं। विषय विशेषज्ञों की समिति विचार करती है। अन्य विषय की पुस्तकों में भी संशोधन हुए हैं। लेकिन इतिहास की…

पाठ्यक्रम संशोधन का विरोध क्यों ?

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वास्तविक इतिहासबोध राष्ट्र की विशेष शक्ति होता है। सच्चा इतिहास बोध राष्ट्र बोध जगाता है। राष्ट्रबोध जन गण मन की संजीवनी है। बच्चों को वास्तविक इतिहासबोध की शिक्षा देना राष्ट्रराज्य का कर्तव्य है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एन.सी.ई.आर.टी.) ने सम्यक विचार के बाद दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के लिए…

शिक्षा का हो भारतीयकरण

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शिक्षा किसी भी समाज एवं राष्ट्र की रीढ़ होती है। उसी पर उस राष्ट्र एवं वहां की पीढ़ियों का संपूर्ण भविष्य निर्भर करता है। शिक्षा के माध्यम से ही राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक मूल्यबोध विकसित किए जाते हैं और निश्चय ही ऐसा किया भी जाना चाहिए। पारस्परिक एकता, शांति, सहयोग एवं सौहार्द्र की…

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