कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच पिछले काफी समय से नोक-झोक देखने को मिल रही थी और इसी को लेकर बीएमसी ने कंगना का ऑफिस भी तोड़ दिया गया था जिस पर कंगना ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जहां शुक्रवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि बीएमसी ने कंगना के ऑफिस को जल्दबाजी में तोड़ा था जबकि कंगना वहां पर मौजूद नही थी। कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई को गलत ठहराया और कहा कि बीएमसी को इसका हरजाना देना होगा। कोर्ट ने कहा कि लगता है कंगना के सोशल मीडिया के बयान को लेकर बुल्डोज़र चलाने में जल्दबाजी की गयी थी। कोर्ट ने बीएमसी की तरफ से पेश की गयी नोटिस को भी खारिज कर दिया और कहा कि ऑफिस को तोड़ने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया था वहीं कोर्ट ने कंगना रनौत को भी सार्वजनिक जगहों पर बयानबाजी से बचने की हिदायत दी है।
कंगना की तरफ से कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी कि बीएमसी बदले की भावना से ऑफिस को तोड़ रही है जिसके बाद कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई को रोकने का आदेश दिया था लेकिन तब तक बीएमसी ने 40 प्रतिशत तक ऑफिस तो तोड़ दिया था। कंगना के द्वारा ऑफिस के मंहगे फर्निचर, झूमर और पेंटिंग का बड़ा नुकसान हुआ है जिसके लिए उन्होने बीएमसी पर 2 करोड़ का जुर्माना लगाने की मांग की है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान एक सर्वेयर को नियुक्त किया है जो कोर्ट को यह बताएगा कि ऑफिस में कितने का नुकसान हुआ है उसके बाद कोर्ट बीएमसी पर जुर्माना तय करेगी।
मुंबई महानगर पालिका ने 9 सितंबर को कंगना के ऑफिस को अवैध बताते हुए तोड़ दिया था। बीएमसी ने यह कार्रवाई नोटिस देने के 24 घंटे के अंदर की थी। कंगना मुबंई के बाहर थी और उन्हे जवाब देने तक का समय नहीं दिया गया। कंगना ने बीएमसी के खिलाफ हाई कोर्ट का रुख किया और बीएमसी की तोड़क कार्रवाई के खिलाफ 2 करोड़ के हरजाने की मांग की। कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान बीएमसी को फटकार लगाई और एक सर्वेयर नियुक्त किया है जो कंगना के ऑफिस में हुए नुकसान की जानकारी कोर्ट को देगा। कोर्ट ने सर्वेयर से 21 मार्च 2021 तक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
वहीं हाई कोर्ट के फैसले के बाद कंगना ने ट्वीट कर सभी का धन्यवाद किया और कहा कि जब कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ खडा होता है और जीतता है तो यह सिर्फ उसकी जीत नहीं होती बल्कि यह पूरे लोकतंत्र की जीत होती है। मेरा हौसला बढ़ाने के लिए सभी का धन्यवाद, खासकर उस व्यक्ति का धन्यवाद जो मेरे सपनों के टूटने पर हंस रहे थे। क्योंकि आप विलेन की तरह काम कर रहे थे और मैं हीरो बन गयी।
When individual stands against the government and wins, it’s not the victory of the individual but it’s the victory of the democracy.
Thank you everyone who gave me courage and thanks to those who laughed at my broken dreams.
Its only cause you play a villain so I can be a HERO. https://t.co/pYkO6OOcBr— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 27, 2020