ओमिक्रॉन: फिर लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा देश

महाराष्ट्र और दिल्ली इस बार भी कोरोना संक्रमण का मुख्य केंद्र बना हुआ है, और हर मिनट के हिसाब से संक्रमण बढ़ता जा रहा है। राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद कोरोना के संक्रमण नहीं बच सके और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी जबकि राज्य में 24 घंटे में 4 हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए गए है। दिल्ली के बिगड़ते हालात को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने साप्ताहिक कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है।

अब शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक पूर्ण रूप से कर्फ्यू लागू रहेगा। वीकेंड कर्फ्यू का फैसला सरकार को तब लेना पड़ा जब संक्रमित लोगों की संख्या हजारों में प्रतिदिन आने लगी। इस बात की जानकारी सभी को है कि बाजार को जितना समय तक बंद रखेंगे अर्थव्यवस्था को उतना ही नुकसान होगा लेकिन ‘जान है तो जहान है’ कि तर्ज पर अब बाजारों को फिर से बंद करने की कवायद शुरु हो रही है और नाइट के बाद अब वीकेंड पर भी बाजारों को पूरी तरह से बंद किया जायेगा। 

कोरोना का कहर फिर से वापस आ रहा है और हम यह इसलिए कह रहे है कि कोरोना के मामले में करीब 238 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद ऐसा अनुमान लगाया गया था कि वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद फिर से संक्रमण नहीं लौटेगा और बहुत कम समय में ही लोगों ने कोरोना को भुला दिया और मास्क से भी दूरी बना ली अब सिर्फ उन्ही जगहों पर लोग मास्क का इस्तेमाल करते थे जहां बहुत जरूरी या फिर फाइन का डर था लेकिन अब फिर से सभी के लिए मास्क का इस्तेमाल जरूरी हो गया है क्योंकि जिस तरह से संक्रमण बढ़ रही है उसे तीसरी लहर का नाम दिया जा रहा है। मंगलवार तक करीब 37 हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हालांकि ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी काफी अधिक है इसलिए बहुत चिंता की बात नहीं है लेकिन इस संक्रमण को सामान्य तौर पर लेना भी ठीक नहीं होगा।  

कोविड टास्क फोर्स प्रमुख एन के अरोड़ा ने बताया कि देश में कोविड की तीसरी लहर आ चुकी है और देश के बड़े शहरों में इसका असर भी दिखने लगा है। दक्षिण अफ्रीका से शुरु हुआ ओमिक्रॉन वेरिएंट का असर भारत में तेजी से दिखने लगा है। दिसंबर के शुरुआती हफ्ते में ओमिक्रॉन के करीब 12 फीसदी केस मिल रहे थे जबकि अब यह 28 फीसदी से अधिक हो चुका है। देश में करीब 1800 केस ओमिक्रॉन के पाये गये है जिसमें से सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में पाये गये है।

बच्चों को वैक्सीन : सरकार की तरफ से जानकारी दी गयी कि करीब 40 लाख बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज दे दी गयी और यह काम सिर्फ एक दिन में हुआ। आपको बता दें कि सोमवार से 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का पहला डोज शुरु किया गया है। वैक्सीन को लेकर तमाम तरह के आरोप लगते रहे हैं बच्चों की वैक्सीन को लेकर भी सरकार पर आरोप लगे थे लेकिन सरकार ने सभी को दरकिनार करते हुए वैक्सीन लगाने का काम शुरु किया। अभी तक की रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन से किसी भी बच्चे को कोई समस्या नहीं आयी है। वैक्सीन लेने वाले सभी बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ है। 

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