पीओकेमें मौजूद शारदा पीठ में पूजा-अर्चना का सौभाग्य हिंदुओं को कब मिलेगा ?
20 नवंबर को पुंछ लिंक अप डे के अवसर पर भारतीय सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बयान दिया कि भारतीय सेना किसी भी वक्त पीओके में एक्शन लेने के लिए तैयार है उसे सिर्फ और सिर्फ भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार है।
27 अक्टूबर को जब भारतीय सेना शौर्य दिवस मनाती है तब बडगाम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह कहा था कि जब तक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर गिलगित और बालटिस्तान का विकास नहीं होगा, तब तक जम्मू और कश्मीर का सर्वांगीण विकास नहीं होगा।
3 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में राजनाथ सिंह एक रैली को संबोधित कर रहे थे उसी समय कुछ युवाओं ने यह आवाज लगाई कि भारत को पीओके हासिल करना चाहिए तब राजनाथ सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा की हमें धैर्य रखना होगा।
9 नवंबर के अखबारों में यह खबर छपी कि बक्सर के अंदर संत और संघ का समागम हो रहा था ! महान धर्मगुरु श्री रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि हमने अयोध्या को ले लिया है मथुरा और काशी को हम ले लेंगे लेकिन अब POK को भी हमें लेना होगा क्योंकि वह भी हमारा है तब वहां पर संघ के प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे और मोहन भागवत ने भी इस पर सहमति जताते हुए कहा कि हर काम के लिए पुरुषार्थ करना पड़ता है।
अगर राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो पाकिस्तान के ऊपर कार्रवाई करने का यह सबसे उम्दा समय है क्योंकि तालिबान और पाकिस्तान के बीच अफगानिस्तान के बॉर्डर पर तनाव का माहौल चल रहा है अफगानिस्तान की तालिबान आर्मी पाकिस्तान के कई सैनिकों को बॉर्डर पर कत्ल कर चुकी है और इसी हफ्ते तालिबान ने खुली फायरिंग करके पाकिस्तान के एक शहर के लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
ऐसे समय में जब पाकिस्तान अपनी पश्चिमी सीमा पर भयंकर दबाव झेल रहा है पूर्वी सीमा पर भारत को दबाव बनाने की रणनीति पर काम करना चाहिए और एक समय सीमा तय करनी चाहिए ताकि पीओके को वापस लिया जा सके क्योंकि तभी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद शारदा पीठ के दर्शनों का सौभाग्य हिंदुओं को प्राप्त होगा।