जैविक विश्व युद्ध और भारत
सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन राष्ट्र की यह दिशा नहीं बदलनी चाहिए। वैभवशाली भारत का यही मूलमंत्र है। इसलिए कि जो...
सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन राष्ट्र की यह दिशा नहीं बदलनी चाहिए। वैभवशाली भारत का यही मूलमंत्र है। इसलिए कि जो...
वैश्वीकरण और अब कोरोना महामारी से तो मजदूरों की लुटिया ही डूब गई है। हजारों बेरोजगार हो जाएंगे और उन्हें...
अनुच्छेद 370 व 35ए की समाप्ति के बाद भारतीय जम्मू-कश्मीर व लद्दाख तो देश की मुख्य धारा में आ गए;...
सेक्युलरिज्म का मतलब केवल अल्पसंख्यकों का अर्थात मुस्लिमों का तुष्टीकरण और बहुसंख्यकों की अर्थात हिंदुओं की प्रतारणा नहीं है; बल्कि...
पूरे देश के लोकसभा चुनाव पर गौर करें तो भाजपा के नेतृत्व में एनडीए के विजय की संभावना को नकारा...
जब सूचना क्रांति ने मासिक पत्रिकाओं को परदे के पीछे ढकेल दिया हो तब ‘हिंदी विवेक’ जैसी वैचारिक पत्रिका के...
फैशन और सौंदर्य को जुदा नहीं किया जा सकता। जब दुनिया बर्बर अवस्था में थी तब प्राचीन भारत में एक...
रक्षा के क्षेत्र में भी स्वाधीनता के बाद भारी बदलाव हुए हैं। थोड़ा-बहुत काम हुआ है, बहुत कुछ करना बाकी...
भारतमाला चरण -1 में 24,800 किलोमीटर के कॉरिडोर नेटवर्क के उन्नयन से, निर्माण के चरण में लगभग 34 करोड़ श्रम...
पंजाब नेशनल बैंक में 13 हजार करोड़ रु. के ऐतिहासिक घोटाले का भंड़ाफोड़ होते ही लोगों का सकते में आना...
राहुल गांधी जब कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे तब उनके बचकाने बयानों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती थी, लेकिन जैसे...
नये वित्तीय विधेयक की धारा ५२ के प्रावधानों को लेकर आम लोगों में बेचैनी है. इसमें प्रावधान है कि नया...
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