भारत के विकास में सिखों का योगदान
पंजाब ने देश के विकास के हर क्षेत्र में योगदान दिया है। देश के प्रथम नागरिक, प्रधान मंत्री, क्रिकेटर समेत लगभग हर विधा के पारंगत व्यक्तित्वों ने इस प्रदेश का नाम देश ही नहीं पूरी दुनिया तक पहुंचाया है।
पंजाब ने देश के विकास के हर क्षेत्र में योगदान दिया है। देश के प्रथम नागरिक, प्रधान मंत्री, क्रिकेटर समेत लगभग हर विधा के पारंगत व्यक्तित्वों ने इस प्रदेश का नाम देश ही नहीं पूरी दुनिया तक पहुंचाया है।
उ.प्र. सहित देश के पांच राज्यों में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावी राज्यों में राजनीतिक तापमान गर्म है और जो सर्वेक्षण उभर कर सामने आ रहे हैं। उनमें से चार राज्यों में भाजपा के पक्ष में माहौल दिख रहा है। दूसरी ओर भाजपा विरोधी दल जातीय और धार्मिक समीकरणों के सहारे भाजपा को घेरने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
नीरज चोपड़ा, मीराबाई चानू और पीवी सिंधु। ये ऐसे कई नाम हैं, जो टोक्यो की धरती पर चमके। ये वे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की झोली में 7 मेडल डाले। इसके साथ भारत ने ओलंपिक इतिहास में टोक्यो में सबसे ज्यादा पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाया। जो उपलब्धियां हासिल हुई हैं, वे इसकी पुष्टि करती हैं कि भारत के खिलाड़ी अब सिर्फ भागीदारी के लिए नहीं बल्कि जीतने की भावना के साथ खेलते हैं और यही भावना बदलते हुए भारत की नई तस्वीर है।
दलाई लामा खुद को भारत माता का बेटा कहते हैं। तिब्बत के लोग भी चाहते हैं कि भारत को अब तिब्बत के प्रति अपने कूटनीतिक नजरिए में बदलाव की जरूरत है, जिसमें दोनों ही देशों का कल्याण छिपा है। उम्मीदें इसलिए भी हैं क्योंकि मोदी राज में भारत की विदेश नीति नई दिशा के साथ नए दौर में है। हाल के दिनों में भारत ने इजराइल से लेकर ताइवान तक कई नए दोस्त बनाए हैं। जिन देशों एवं शासन से राजनयिक संबंधों को लेकर कभी भारतीय सत्ता प्रतिष्ठान में संशय और संकोच था, मोदी सरकार के अनेक तथ्यों पर सकारात्मक पहल के कारण वह बदल चुका है।
कांग्रेस की टूलकिट में कुंभ, पीएम केयर्स फंड, गुजरात को विशेष सहयोग, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट, कांग्रेस संगठनों के कार्यों को बढ़ावा देना, पीएम मोदी की छवि को नुकसान पहुंचाना और अन्य नेताओं की गैर-मौजूदगी पर सवाल उठाने को कहा गया है। सोशल मीडिया पर साझा की गई इस टूलकिट में पीएम मोदी की छवि को खराब करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मीडिया का सहयोग लेकर भारत में मौजूद कोरोना वायरस के स्ट्रेन को ‘मोदी स्ट्रेन’ और ‘भारतीय स्ट्रेन’ कहने पर ज़ोर दिया गया।
पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अलग-अलग राज्यों में मुस्लिम नेताओं और उनकी पार्टियों के साथ गठबंधन किया है जिसके चलते कांग्रेस का मुस्लिम परस्त चेहरा उभर कर सामने आया। इससे कांग्रेस के भीतर भी यह सवाल उठ रहा है कि क्या धर्मनिरपेक्षता के नाम पर चल रहा पाखंड कांग्रेस को नैतिक व राजनीतिक रूप से कमजोर कर रहा है?
एक दौर था जब ममता बनर्जी बोलती थीं तो पश्चिम बंगाल के लोग गंभीरता से उनकी बातों को सुनते थे पर अब ममता के संबोधन पर हंसी - मजाक करते हैं। ...तो क्या ममता के व्यंग्य भरे सुर राज्य में भाजपा की बढ़ती ताकत का परिणाम है या हार का भय? कारण अपनी रैलियों में ममता बनर्जी कभी ‘हम्बा-हम्बा’ करती नजर आती हैं तो कभी ‘छी-छी..’ करतीं।
ममता बनर्जी को वही लोग ललकार रहे हैं जिनके दम पर ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में राज किया लेकिन अब ममता बनर्जी के करीबी भाजपा के मंच से ममता बनर्जी को हराने की खुली चुनौती दे रहे हैं। भाजपा की रणनीति से सहमी तृणमूल कांग्रेस ने वाम मोर्चा और कांग्रेस से भाजपा की सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का साथ देने की अपील की। पर कांग्रेस और वाम दलों ने तृणमूल कांग्रेस की इस सलाह को सिरे से खारिज कर दिया।
वैसे बात केवल राजनैतिक हिंसा का नहीं है बल्कि राज्य में जिस तरह से हिन्दुओं पर हमले की घटनाओं में वृद्धि हुई है उससे यह लगता है कि राज्य में हिन्दुओें के दमन और पलायन के लिए सुनियोजित ढंग से हिंसा हो रही है या कार्रवाई की जा रही है। 24 परगना, मुर्शिदाबाद, बीरभूम, मालदा आदि ऐसे कई उदाहरण सामने हैं। हालात तब से ज़्यादा बिगड़ने लगे हैं जब से बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थी भी राज्य में डेरा जमाए हुए हैं।