भारतीय उद्योग बुलंदियों को छूने तैयार!
आज हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो चीन के विदेशी मुद्रा भण्डार का लगभग एक दहाई है। इसीलिए ‘मेक इन इंडिया’ का महत्व सामने आता है। इस अभियान से अगले दो-तीन वर्षों में हमारा अंतरराष्ट्रीय व्यापार घाटा तो कम होगा ही, साथ ही साथ विदेशी मुद्रा भण्डार भी बढ़ेगा। ...उद्योग जगत की जबरदस्त संभावनाओं के बीच हम आगे बढ़ रहे हैं।