गुजरात : बेरोजगारी को लेकर RSS ने पास किया प्रस्ताव

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गुजरात में आयोजित RSS की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में देश में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है। जिसमें देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम के अवसरों को बढ़ावा देने का प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तरफ से कहा गया है…

पोलेंड आज भी नहीं भुला भारत का उपकार

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दूसरे विश्व युद्ध के समय, पोलेंड पुरी तरह तबाह हो गया था, सिर्फ औरते और बच्चे बचे थे बाकी सब वहां के पुरुष युद्ध मे मारे गए थे, पोलेंड की स्त्रियों ने पोलेंड छोड़ दिया क्योंकि वहां उनकी इज्जत को खतरा था, तो बचे खुचे लोग और बाकी सब महिलाए…

संगीत का तराना ताना-रीरी

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प्रायः हम बहुत से लोकश्रुत कथानकों से अनभिज्ञ होते हैं। इतिहास में छेड़छाड़ और विकृतिकरण से संगीत भी अछूता नहीं रहा है। इसके फलस्वरूप संगीत के ग्रंथों में परस्पर विरोधाभास  नें आज संगीत के छात्रों के सम्मुख बड़ा ही भ्रमात्मक स्थिति उत्पन्न कर दिया है.ग्रंथों में इतने मतभेद हैं की…

नर्मदा घाटी में सब कुछ है, बस नर्मदा नहीं!

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नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनरेखा है। प्रदेश के अनूपपुर जिले की मैकल पर्वतमाला पर स्थित प्रसिद्ध तीर्थ अमरकंटक इसका उद्गम है। यहीं से निकलकर नर्मदा गुजरात की खम्बात की खाड़ी से अरब सागर में समाहित हो जाती है।

नमामि नर्मदे

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 रामघाट के प्रपातों को देखकर सहस्रधारा का स्मरण हो आया। अंतर यह है कि सहस्रधारा के प्रपात दूर-दूर तक बगरे हैं, जबकि यहां के प्रपातों का रेवड़ एक ही जगह इकट्ठा हो गया है। घोड़े के टाप के आकार की एक विस्तृत सपाट चट्टान से असंख्य जलधाराएं गिरती हैं। मोर जैसे पंख फैलाकर नाचता है, उसी तरह नर्मदा ने यहां अपनी जलधाराएं फैला दी हैं।

गुजराती रंगभूमि

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मुंबई के अनेक गुजराती भाषी परिवारों का रविवार की शाम गुजराती नाटक देखने का कार्यक्रम होता है। रविवार शाम ही क्यों ऐसा प्रश्न उठ सकता है। जवाब है कि गुजराती नाटक के मंचन केवल रविवार शाम को ही होते हैं। आश्चर्य की बात है कि गुजरात से ज्यादा मुंबई में गुजराती नाटकों के मंचन होते हैं।

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