भारत बनेगा 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था

Continue Readingभारत बनेगा 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था

भारत को यदि 5 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है तो निश्चित ही इसका रास्ता विभिन्न राज्यों के विकास के मार्ग से होकर जाता है। यह हर्ष का विषय है कि भारत के कुछ राज्य अपनी अर्थव्यवस्था को एक लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की ओर ले जाने के…

आर्थिक प्रगति में शुचितापूर्ण नीतियां अपनाना जरूरी

Continue Readingआर्थिक प्रगति में शुचितापूर्ण नीतियां अपनाना जरूरी

हाल ही के समय में भारत के आर्थिक विकास की दर में बहुत तेजी आती दिखाई दे रही है एवं आगे आने वाले समय में आर्थिक प्रगति की गति और अधिक तेज होने की उम्मीद की जा रही है। किसी भी क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ने के अपने…

भारतीय अर्थव्यवस्था पुनः वैभवकाल की ओर अग्रसर

Continue Readingभारतीय अर्थव्यवस्था पुनः वैभवकाल की ओर अग्रसर

यदि भारत के प्राचीन अर्थतंत्र के बारे में अध्ययन किया जाय तो ध्यान में आता है कि प्राचीन भारत की अर्थव्यस्था अत्यधिक समृद्ध थी। विश्व के कई भागों में सभ्यता के उदय से कई सहस्त्राब्दी पूर्व, भारत में उन्नत व्यवसाय, उत्पादन, वाणिज्य, समुद्र पार विदेश व्यापार, जल, थल एवं वायुमार्ग…

देश के आर्थिक विकास में नागरिकों का है भरपूर योगदान

Continue Readingदेश के आर्थिक विकास में नागरिकों का है भरपूर योगदान

प्रत्येक वर्ष भारतीय संसद में बजट प्रस्तुत किए जाने के एक दिन पूर्व देश का आर्थिक सर्वेक्षण माननीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। देश की आर्थिक स्थिति के सम्बंध में गहराई से अध्ययन करने के उपरांत यह आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश किया जाता है। दिनांक 31 जनवरी…

2023 में भारत देगा वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति

Continue Reading2023 में भारत देगा वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति

अभी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक फण्ड (आईएमएफ) ने बताया है कि वर्ष 2023 में वैश्विक स्तर पर विशेष रूप से चीन, अमेरिका एवं यूरोपीयन यूनियन से प्राप्त हो रहे आर्थिक क्षेत्र से सम्बंधित संकेतों के अनुसार इन देशों सहित विश्व की एक तिहाई अर्थव्यवस्थाओं पर मंदी का असर दिखाई…

केंद्र सरकार की पहलों से आर्थिक उन्नती कैसे हो रही हैं?

Continue Readingकेंद्र सरकार की पहलों से आर्थिक उन्नती कैसे हो रही हैं?

कोरोना संकट का अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। अब जब अर्थव्यवस्था फिर से सक्रिय हो रही है और सकारात्मक परिणाम दे रही है जैसे जीएसटी संग्रह में वृद्धि, विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि, यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप में तीसरे स्थान पर, जीडीपी में सुधार, और इसी तरह बहुत सेक्टर्स... आइए प्रत्येक…

हिन्दू त्यौहार और उनसे जुड़े आर्थिक समीकरण

Continue Readingहिन्दू त्यौहार और उनसे जुड़े आर्थिक समीकरण

दुर्गा पूजा और नवरात्रि पर शुरू हुआ भारत के त्योहारों का एक मौसम दीपावली के बाद भाई दूज पर आकर थोड़ी देर ठहरता है। ठहरता इसलिय क्योंकि त्यौहार यहीं ख़त्म नहीं होते। ये जरूर कहा जा सकता है कि दुर्गा-पूजा के अवसर पर कपड़ों की खरीदारी होती है और परम्परागत…

ठेंगड़ी, बोकरे व स्वदेशी अर्थशास्त्र

Continue Readingठेंगड़ी, बोकरे व स्वदेशी अर्थशास्त्र

ठेंगड़ी ने बोकरे को प्रेरित किया कि वह हिंदू धर्मशास्त्रों का अध्ययन कर यह जानने का प्रयास करें कि वहां अर्थशास्त्र अथवा आर्थिक सिद्धांतों के बारे में कितनी जानकारी है तथा वर्तमान में ये जानकारी अथवा शास्त्रीय सिद्धांत कितने प्रासंगिक हैं। बतौर वामपंथी बोकरे ने हिंदू शास्त्रों का गहन अध्ययन आरंभ किया और कुछ ही समय में उनकी सोच ही बदल गई। अंतत: अथक परिश्रम के बाद उन्होंने 1990 के दशक के आरंभिक वर्षों में एक पुस्तक प्रकाशित की जिसका शीर्षक था  ‘हिंदू अर्थशास्त्र: एक अनवरत आर्थिक व्यवस्था’। इस पुस्तक में स्वदेशी मॉडल की बड़ी स्पष्ट रूपरेखा दी गई है।

गोवंश आधारित शाश्वत खेती और अर्थव्यवस्था

Continue Readingगोवंश आधारित शाश्वत खेती और अर्थव्यवस्था

गोवंश आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए समस्त महाजन संस्था और भारत सरकार के जीव जंतु कल्याण बोर्ड देश भर में गोपालन और गोवंश के संरक्षण व संवर्धन के लिए विशेष तौर पर कार्यरत है और भारत के पूर्वजों की परम्परा व धरोहर को आगे बढ़ा रही है। समस्त महाजन संस्था के नेतृत्व में जैन धर्म से जुड़े बहुतायत लोग जीवदया मामले में उल्लेखनीय कार्य कार्य रहे है जो समाज के लिए अनुकरणीय है और एक आदर्श भी है।

भारत की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी!

Continue Readingभारत की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी!

भारत एक कृषि प्रधान देश! भारत एक कृषि प्रधान देश माना जाता है लेकिन अब यहां भी ऐसे हालात हो गये है कि अगर देश की जीडीपी गिरती है तो बेरोज़गारी भी तेजी से पैर पसारने लगती है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश में महीनों तक पूर्ण रूप से…

End of content

No more pages to load