प्राचीन मंदिरों में विज्ञान

Continue Readingप्राचीन मंदिरों में विज्ञान

वैज्ञानिकों ने तकनीकी जांच में पाया कि इन पत्थरों को बनाने के लिए एक आयताकार खाई तैयार की गई, जिसमें ग्रेनाइट पत्थर का चूर्ण, गन्ने से निर्मित चीनी (केन शुगर), नदी की रेत और कुछ अन्य यौगिक डालकर एक मिश्रण तैयार किया। इस मिश्रण से नींव भरी गई और  विभिन्न आकार के छिद्रयुक्त पत्थर तैयार किए गए।

तिबारी बाखली का महत्व

Continue Readingतिबारी बाखली का महत्व

काश...मैं भी धन्नासेठ बनता व अपनी मध्यकालीन भारतीय शैली में अपने गांव में विशाल तिबारी का निर्माण करवाकर अपने अतिथियों को आमंत्रित कर उनकी आंखें चुन्धियाता..। काश...कि हमारी सरकार विलेज टूरिज्म के बढावे में तिबारी/बाखली प्रमोट करती तो हमारी मध्यकालीन भारतीय सभ्यता ज़िंदा रहती व भौगोलिक व पर्यावरणीय दृष्टि से हम सुकून महसूस करते।

तूफानी कर्तृत्व की महत्वाकांक्षा रखें

Continue Readingतूफानी कर्तृत्व की महत्वाकांक्षा रखें

अब तक हम सफल उद्योग के तीन सूत्र जान चुके हैं। उद्योग-व्यवसाय दूसरे के पैसे पर कीजिए, ईमानदारी से फायदे का व्यवसाय हो सकता है, कम मुनाफा और ज्यादा टर्नओवर यह तत्व किस तरह उपयोगी है, इसे आपने जाना पर इस सूत्र का उपयोग करने के लिए आपका उद्यमी होना

भारतीय स्थापत्य कला का सुन्दर वर्णन करती पुस्तक

Continue Readingभारतीय स्थापत्य कला का सुन्दर वर्णन करती पुस्तक

सामान्यत : पहाड़ों में स्थित कन्दराओं को गुफा कहा जाता है। बहुधा इन गुफाओं का निर्माण प्राकृतिक रूप से होता है। प्रागैतिहासिक काल में वर्षा, ताप व शीत से बचाव के लिए मनुष्य व अन्य जीव-जन्तु इन गुफाओं में शरण लेते थे।

End of content

No more pages to load