रा.स्व.संघ की प्रार्थना के 83 वर्ष पूर्ण

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नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि।  18.05.1940 के दिन पहली बार यह प्रार्थना संध की नागपूर स्थित शाखा में यादवराव जोशी ने मुक्त कंठ से गाया। इस प्रार्थना के लेखक (रचनाकार) नरहर नारायण भीडे थे। संघ की प्रार्थना का हिन्दी में अनुवाद पढिये और सोचिये कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भारत माता…

दिल्ली के राजा वसंतराव ओक

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संघ की प्रारम्भिक प्रचारकों में एक श्री वसंतराव कृष्णराव ओक का जन्म 13 मई, 1914 को नाचणगांव (वर्धा, महाराष्ट्र) में हुआ था। जब वे पढ़ने के लिए अपने बड़े भाई मनोहरराव के साथ नागपुर आये, तो बाबासाहब आप्टे द्वारा संचालित टाइपिंग केन्द्र के माध्यम से दोनों का सम्पर्क संघ से…

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष का शुभारम्भ

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का सोमवार 8 मई को नागपुर स्थित डॉक्टर हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर में स्थित महर्षि व्यास सभागार में शुभारम्भ हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक  संघ के सह सरकार्यवाह तथा इस वर्ग के पालक अधिकारी श्री रामदत्त जी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन…

इंदौर की नींव में है संघ का योगदान

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इंदौर शहर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बहुत पुराना नाता रहा है। श्रीगुरुजी ने अंग्रेजी शासन के दौरान यहां पर सभा की थी। शहर के विकास में संघ का योगदान भी अविस्मरणीय रहा है। कोरोना काल में यहां पर संघ के स्वयंसेवकों ने अपने घरों को लौट रहे प्रवासियों की…

डॉ. हेडगेवार जी : कुशल संगठक

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कोई अगर आपसे प्रश्न पूछे कि अपने देश के प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार कौन थे ? तो इस प्रश्न के उत्तर में आप मुंशी प्रेमचंद का नाम बताएंगे । भारत के उत्कृष्ट कवि का नाम पूछा गया तो आपका उत्तर होगा - रवीन्द्रनाथ ठाकुर । कभी यह प्रश्न पूछा जाए कि…

दिव्यांग शिक्षण संस्था द्वारा १५ दिवसीय संस्कार वर्ग का आयोजन

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दिव्यांग शिक्षण संस्था व वैद्यकीय संशोधन केंद्र द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्कुल की छुट्टियों में १५ दिवसीय संस्कार वर्ग का आयोजन किया गया है. जिसमें सैकड़ों की संख्या में छात्र उपस्थित रहकर संस्कारों की शिक्षा ग्रहण करेंगे. विगत २५ वर्षों से इस वर्ग का आयोजन किया…

समता युक्त समाज का निर्माण करना संघ का कार्य है

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लखनऊ पूरब भाग द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की जन्म जयंती के अवसर पर आज दिनांक १४-०४-२०२३ को सायं ४:३० बजे मिनी स्टेडियम से. ११ विकास नगर, रिंग रोड लखनऊ से समरसता पथ संचलन निकाला गया जो नगर के मुख्य मार्गों से होता हुआ निकला।…

संघ कार्य को बल, गति एवं विस्तार देने की आवश्यकता

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भारतीय संस्कृति के प्रतीक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शुरुआत से ही संस्कृति के उत्थान एवं वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के तहत कार्य किया है। हरियाणा के पानीपत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिनिधि बैठक सम्पन्न हुई। उस बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष तक एक लाख शाखाओं के लक्ष्य तक…

राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत डॉ. हेडगेवार

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डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार अक्सर यह सोचा करते थे कि प्राचीन भारत में सैन्य पौरुष, ज्ञान विज्ञान, अतुलनीय समृद्धि, गौरवशाली संस्कृति इत्यादि सब कुछ होते हुए भी भारत कालांतर में परतंत्र क्यों हुआ। इस प्रशन्न का उत्तर उन्होंने तात्कालीन विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक संस्थाओं एवं स्वतंत्रता आंदोलनों में अपनी भागीदारी…

‘स्व’ की त्रयी से विश्वगुरु भारत का आह्वान

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की त्रयदिवसीय ( 12 - 15 मार्च) बैठक हरियाणा के समालखा पानीपत में सम्पन्न हुई‌।प्रतिनिधि सभा की बैठक में राष्ट्र के सर्वांगीण विकास एवं नवोत्थान के लिए महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए। इन प्रस्तावों में राष्ट्र की समृद्धि एवं चुनौतियों व जनमानस के…

डॉक्टर हेडगेवार जी का हिंदुत्व..!

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किसी व्यक्ति के कार्य का मूल्यांकन करना है, या उस व्यक्ति ने किये हुए कार्य का यश - अपयश देखना हैं, तो उस व्यक्ति के पश्चात, उसके कार्य की स्थिती क्या है, यह देखना उचित रहता हैं. उदाहरण हैं - छत्रपती शिवाजी महाराज. मात्र पचास वर्ष का जीवन. लगभग तीस…

संघ कार्य को बल, गति एवं विस्तार देने की आवश्यकता

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भारत आज न केवल आर्थिक क्षेत्र में बल्कि राजनैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान कायम कर रहा है। चूंकि आज विश्व के कई देश विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं एवं इन देशों को इन समस्याओं के हल हेतु कोई उपाय…

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