हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
उत्तरांचल मित्र मंडल-वसई रोड

उत्तरांचल मित्र मंडल-वसई रोड

by महेश नैनीवाल
in उत्तराखंड दीपावली विशेषांक नवम्बर २०२१, विशेष, सामाजिक
1

उत्तरांचल मित्र मंडल वसई रोड वसई, मुंबई में निवासी उत्तराखंडियों की एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है, जो मानवता की भलाई के लिए मुंबई महाराष्ट्र में विगत 32 सालों से कार्यरत है।

उत्तरांचल मित्र मंडल, वसई की स्थापना 2 अक्टूबर 1988 को मुंबई के उपनगर वसई में हुई थी। उत्तरांचल मित्र मंडल-वसई एक पंजीकृत चैरिटेबल पब्लिक ट्रस्ट है।

संस्था के मुख्य उद्देश्य निम्न हैं:

1) मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों में रहने वाले सभी उत्तरांचली भाई बहनों के बीच परिचय होना और भाईचारे को बढ़ावा देना।

2) मुंबई, महाराष्ट्र में उत्तराखंडी संस्कृति को बचाना और बढ़ावा देना।

3) वसई, मुंबई में भगवान बदरीनाथ जी के भव्य मंदिर की स्थापना करना।

4) वसई में ही एक कम्यूनिटी भवन का निर्माण करना, जिससे मुंबई में रह रहे सभी उत्तराखंडियों की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक जरूरतों को पूरा किया जा सके।

उत्तरांचल मित्र मण्डल, वसई अपने इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निरंतर कार्यरत है। आज संस्था में लगभग 1000 ट्रस्टी हैं और 2500 के लगभग सदस्य हैं। ये संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

संस्था के सामाजिक और संस्कृतिक कार्य निरंतर चालू हैं। संस्था योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति, कैरियर परामर्श पर प्रशिक्षण, भारतीय संस्कृति विशेषत: उत्तराखंडी संस्कृति और परम्पराओं से युवा पीढ़ी को परिचित कराना, समय-समय पर विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे भागवत कथा, हवन का आयोजन करना।

मुंबई से उत्तराखंड के लिए तीर्थ यात्राओं (विशेषकर बद्रीनाथ,  केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) में सहायता प्रदान करना। यात्राएं श्री बद्रीनाथ टूर्स एंड ट्रैवल्स के माध्यम से आयोजित की जाती है। सामाजिक स्वास्थ को उन्नत बनाए रखने के लिए संस्था द्वारा पतंजलि योग पीठ हरिद्वार, की वसई पश्चिम शाखा (पालघर) के सहयोग से दैनिक योग कक्षाओं को भी संचालित किया जा रहा है। संस्था हमेशा ही देश में आपदा की स्थिति में तन-मन और धन से दान और सहायता करती आयी है और आगे भी करते रहेगी। हमने बाढ़, भूकंप, सुनामी, युद्ध, अकाल, आग तथा अभी कोविड-19 में भी प्रधान मंत्री और मुख्य मंत्री राहत कोश में यथा शक्ति सहायता प्रदान की और सीधे जरूरतमंदों को भी मदद की।

संक्षेप में कहें तो संस्था का लक्ष्य है कि हम एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करने में सहायक हों और हमारे सदस्यों में देशभक्ति के सभी मूलभूत संस्कार समाहित हों, जिससे हम अच्छे नागरिक और उत्कृष्ट इंसान साबित हों।

भगवान श्री बद्रीनाथ जी का भव्य मंदिर और कम्यूनिटी भवन इस समय निर्माणाधीन हैं और कमिटी आशा करती है कि यह प्रकल्प अगले 2-3 साल में पूर्ण हो जाएगा। कम्यूनिटी भवन में पुस्तकालय, धर्मशाला/विश्राम कक्ष(जरूरतमंदों के लिए अस्थायी आवास), एक मेडिकल ओ.पी.डी.यूनिट, पार्टी हॉल (सभाग्रह), सम्मेलन कक्ष, भोजनालय/ कैंटीन (रसोईघर), और व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र भी होगा।

भविष्य में एंजीनिरिंग और मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य भी है। इस परियोजना की भूमि पूजा 4 अप्रैल 2011 को गुड़ी पड़वा के शुभ मुहुर्त पर सर्वश्री भगत सिंह कोश्यारी, (उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल), स्वर्गीय प्रकाश  पंत (विधायक- उत्तराखंड), हितेंद्र ठाकुर, (विधायक-पालघर, महाराष्ट्र), स्व. नंदकिशोर नौटियाल (वरिष्ठ पत्रकार, बद्रीकेदार समिति-उत्तराखंड के पूर्व अध्यक्ष) के करकमलों द्वारा किया गया। परियोजना का शिलान्यास दिनांक 1 फरवरी 2015 को उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत  और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल (निशंक) ने साथ में मिलकर किया।

वर्तमान में संस्था के अध्यक्ष माधवानंद भट्ट हैं, जो कि एक समाजसेवी  बिल्डर्स-डेवलपर और फिल्म निर्माता हैं। संस्था के महासचीव महेश चन्द्र नैनवाल जी हैं जो सेवा निवृत बैंकर और समाजसेवी हैं। संस्था के कोषाध्यक्ष कुन्दन सिंह बिष्ट हैं। मंदिर निर्माण कमिटी के अध्यक्ष हीरा सिंह रौथान हैं। संस्था की दैनिक गतिविधियां सुचारु रूप से चलें इसलिए संस्था की कार्यकारिणी कमिटी या बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज है जो दैनिक कार्य में सहयोग करते हैं।

संस्था अभी तक 9 भागवत कथा सप्ताह इस्कॉन, जुहू, मुंबई के चिकित्सा निदेशक रघुवीर दास प्रभु के मार्गदर्शन में आयोजित कर चुकी है।

संस्था अली यावरजंग इंस्टीट्यूट फॉर हैंडीकैप्ड, मुंबई के समर्थन – संरक्षण से और वसई-विरार नगरपालिका क्षेत्र में शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विभिन्न चिकित्सा शिविर सफलतापूर्वक आयोजित करके बहुत से विकलांगों को लाभ दिला चुकी है। इस कार्य का आयोजन संस्था गोपाल शर्मा के सक्रिय सहयोग से कर पायी है।

संस्था को अभी तक बहुत से गणमान्य व्यक्तियों का सहयोग और समर्थन मिला है, जिनमें स्व. महनर सिंह दसोनी, स्व. श्रीराजाराम शर्मा, और सर्वश्री महेश चंद भट्ट, हयात राजपूतजी, मनोहर रौथान, गोपाल सिंह मेहरा, मोहन सिंह राजपूत, पुरंचन्द्र पांडे, चन्द्र शेखर उपाध्याय जी, नन्दन अकोलिया जी, गणेश अकोलिया जी,बिशन सिंह भण्डारी, हीरा सिंह भकुनि, बलवंत सिंह रावत, सुभाष भारद्वाज, दीवान सिंह बोरा, गोबिन्द पांडे, भूपाल सिंह कार्की, गिरवीर सिंह नेगी, बसंती शर्मा (नैल्वाल), बसंत सिंह दसोनि, जया बिष्ट, मोहिनी जयानन्द शर्मा, जय सभापति तथा और भी बहुत से सदस्यों का सराहनीय सहयोग मिला है, अतः इनका यहां उल्लेख करना बहुत ही आवश्यक है।

 

एक अपील

उत्तरांचल मित्र मंडल– वसई एक पंजीकृत चैरिटेबल पब्लिक ट्रस्ट है और हमें दिये गए सभी दान, योगदान पर आयकर अधिनियम की धारा 80-जी के अंतर्गत छूट प्राप्त है। हम सभी दानियों से अपील करते हैं कि इस परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए आप अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार उदारतापूर्वक योगदान दें, सहयोग करें। संस्था एफसीआरए के तहत गृह मंत्रालय, दिल्ली में भी पंजीकृत है।  तदनुसार, संस्था विदेशों में रह रहे अनिवासी भारतीयों और विदेशी नागरिकों से भी अनुरोध करती है कि वे भी इस नेक सामाजिक कार्य में योगदान दे सकते हैं और हमें मानवता के लिए कार्य करने में सहायता कर सकते हैं।

 

वैसे तो मुंबई में लगभग 10/12 लाख उत्तरखंडी रहते हैं जो मुंबई के अलग-अलग भागों में फैले हैं। उत्तराखण्डियों की अन्य बहुत सी सामाजिक संस्थाएं भी हैं। लेकिन मुंबई की मुख्य संस्थाएं हिमालय पर्वतीय संघ-घाटकोपर, काफल फ़ाउंडेशन- मुंबई, उत्तरांचल वेल़फैर असोशिएशन-नालासोपरा, गढ़वाल भ्रार्त मण्डल-जोगेश्वरी, और कौथीग फ़ाउंडेशन- नवी मुंबई हैं। इन संस्थाओं से जुड़े लोगों का सहयोग और सहकार्य सराहनीय है। उपरोक्त परियोजनाएं जनता की जनता द्वारा और जनता के लिए ही हैं क्योंकि अभी तक इस प्रोजेक्ट में किसी भी सरकार का कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ है। हम जनता जनार्दन के सहयोग से ही मंदिर प्रोजेक्ट को यहां तक पहुचा सके हैं। हमें आशा है, आगे भी ऐसे ही सहयोग मिलता रहेगा और मंदिर कार्य जल्दी पूर्ण हो जाएगा।

 

हमारे बैंक के विवरण निम्न हैं

  1. बैंक का नाम और पत्ता : आईडीबीआई बैंक लिमिटेड, वसई पश्चिम शाखा

  2. बैंक बचत खाता नंबर : 0649104000115322

  3. आएफएससी नंबर : आयबीकेएल0000649

  4. दान देने का उद्देश्य : मंदिर/कम्यूनिटी भवन निर्माण हेतु धनराशि

 

प्रोजेक्ट के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप हमारे निम्न सदस्यों से संपर्क कर सकते हैं

  1. 1. श्री मढ़वानंद भट्ट – 9322245322/9867674500

  2. श्री महेश चन्द्र नैलवाल – 9518322708/9867797316

  3. श्री हीरा सिंह रौथान – 9561600671

  4. श्री मनोहर सिंह रौथान – 9920805594

  5. श्री गोपाल सिंह मेहरा – 9309847009/9969201230 6. श्री कुन्दन सिंह बिष्ट – 9967850785

 

 

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: cultureheritagehindi vivekhindi vivek magazineindian traditionintelligencepilgrimagestraditionuttarakhanduttaranchal mitra mandal vasai road

महेश नैनीवाल

Next Post
किसानों की यह जिद खतरनाक है

किसानों की यह जिद खतरनाक है

Comments 1

  1. Anonymous says:
    2 years ago

    महोदय,
    नमस्कार,
    आपने आपके मित्र मंडल का पंजीकरण कहां कराया है, उस संस्था की जानकारी हमे चाहिए। हमे भी हमारे एक मित्र मंडल का पंजीकरण कराना है। यदी पंजीकरण किसी एजेंट के माध्यम से कराया है, तो उसकी भी जानकारी प्रदान करें।
    धन्यवाद
    अनिल कुमार तिवारी,
    जे-403, स्टार रेसीडेंसी
    एवहरशाईन सीटी
    वसई पूर्व – 401208
    9890148228

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0