मुंबई संकल्प २०२२ : न भूलेंगे, न माफ करेंगे

26/ 11 के हुतात्माओं के स्मरण में पांचजन्य के मुंबई संकल्प का आयोजन

आतंकियों का प्रयास था कि भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई को आतंकित कर देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया जाए तथा ताज होटल और लियोपोल्ड होटल जैसी जगहों को हमले का केंद्र बनाने का प्रमुख मकसद था कि दुनिया भर के देशों की नजर में भारत को एक असुरक्षित राष्ट्र साबित करवाया जाए. पर इसमें उनकी करारी हार हुई तथा उनके आकाओं के चेहरे से नकाब भी हट गया. उक्त बातें महाराष्ट्र के उप मुख्य मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मुंबई के कोलाबा में स्थित ताज होटल के बॉलरूम में पांचजन्य द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव में कहीं. उसी  कार्यक्रम के एक सत्र में केंद्रीय मंत्री जनरल वी. के. सिंह ने बताया कि 2008 में सतर्कता विभाग ने 12 सिमकार्ड की जानकारी दी थी. उनमें से 4 सिम 26/11 के हमले में प्रयोग किये गए थे. अगर उस जानकारी को हलके में न लिया गया होता को इतने बड़े हादसे को रोकने की सम्भावना बढ़ जाती.


राष्ट्रीय विचारों की पत्रिका  ‘पांचजन्य’ ने 2008 में 26 नवम्बर को मुंबई में हुए आतंकी हमले की 14 वीं बरसी के पूर्व दिवस पर कोलाबा के ताज होटल में एक कानक्लेव आयोजित किया.  कार्यक्रम की थीम थी – न भूलेंगे, न माफ करेंगे. कॉन्क्लेव के विभिन्न सत्रों में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राम माधव, फिल्म निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी, केन्द्रीय मंत्री जनरल वी. के. सिंह, आतंकवादी कसाब को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने वाले प्रख्यात वकील उज्ज्वल निकम, 26/11 के हमले का मुंह तोड़ जवाब देने वाले मुंबई पुलिस के अधिकारी मंगेश नाइक, संजय गोवलिकर, रमेश महाले , एन एस जी के ऑपरेशन हेड गोविन्द सिसोदिया, पत्रकार वसंत प्रभु, तथा उस रात कामा हॉस्पिटल में ड्यूटी करने वाली नर्स मीना जाधव और योगिता बांगड़ ने आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी और उस दहशत भरे माहौल के अपने अनुभव शेयर किये. कार्यक्रम में एनसीसी के कैडेट और शहर के गणमान्य जन उपस्थित थे. कॉन्क्लेव के सूत्रधार की भूमिका में पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर, डिजिटल हेड अनुराग, पत्रकार तृप्ति श्रीवास्तव और प्रफुल्ल केतकर थे

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