हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
गाय मानवता के लिए वरदान है

गाय मानवता के लिए वरदान है

by हिंदी विवेक
in आर्थिक, कृषि, पर्यावरण, विज्ञान, विशेष, संस्कृति, सामाजिक
0

‘बाचा: द राइजिंग विलेज’ को मिली सराहना के बाद हमारे समूह का उत्साह बढ़ा। अब हम नये वृत्तचित्र के लिए नयी कहानी खोज रहे थे। एक कार्यक्रम के निमित्त भोपाल स्थित शारदा विहार आवासीय विद्यालय जाना हुआ। वहां कई कहानियां थीं, जिन्हें हम सुना सकते थे। भौतिकी की खुली प्रयोगशाला में नवाचार दिखा, ध्यान के लिए बनाया गया एक विशेष मंडप में भारतीय ज्ञान–परंपरा की झलक थी, शिक्षा की भारतीय पद्धति का महत्व भी ध्यान में आ रहा था। परंतु हमने चुनी गोशाला।

तथाकथित प्रगतिशील गाय–गोबर का जितना चाहे उपहास उड़ाएं, लेकिन शारदा विहार स्थित ‘कामधेनु गोशाला एवं गोविज्ञान अनुसंधान केंद्र’ अपने प्रयोगों से गाय की महत्ता सिद्ध कर रहा है। परंपरागत और आधुनिक विज्ञान के सहयोग से इस प्रकल्प ने सिद्ध किया है कि भारत में गाय न केवल आर्थिक विकास की धुरी है अपितु पर्यावरण को संभालने में भी उपयोगी है।

शारदा विहार की गोशाला से निकलने वाले अपशिष्ट को बहु–उपयोगी बनाने की दिशा में ‘कामधेनु गोशाला एवं अनुसंधान केंद्र’ के एक अनुकरणीय मॉडल खड़ा किया है। यहां गाय के गोबर से गोबर गैस बन रही है, जिससे लगभग 800 विद्यार्थियों का भोजन पकाया जाता है। इसके साथ ही यहां गाय के गोबर से बायो–सीएनजी भी बनाई जा रही है, जिससे यहां के वाहन चलाए जाते हैं। इसके बाद जो अपशिष्ट बचाता है, उससे गोबर खाद बनाई जा रही है। परिसर के खेतों में इसी गोबर खाद का उपयोग किया जाता है। और तो और इसके बाद भी कुछ गोबर बचा रह जाता है तो उससे गो–काष्ट का निर्माण किया जा रहा है। यह अनुसंधान केंद्र गाय से प्राप्त पंचगव्य से अन्य उत्पाद भी तैयार करता है।

इस अनुसंधान केंद्र ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि हम ‘आम के आम, गुठलियों के भी दाम’ की तर्ज पर बायोगैस प्लांट का ‘जीरो वेस्ट मैनेजमेंट’ कर सकते हैं। गोबर गैस प्लांट से निकलने वाले गोबर से गोकाष्ठ बना सकते हैं, जिसको हम लकड़ी की जगह उपयोग कर सकते हैं। इससे हम जैविक खाद बना सकते हैं। यह खाद जमीन को रासायनिक प्रदूषद से मुक्त रखता है। खेत में पैदावार को भी बढ़ाता है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में बायोगैस, वैकल्पिक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। आज की जरूरत है इन प्रयोगों को बढ़ावा और विस्तार देने की।

ईंधन के लिए बड़ी संख्या में जंगलों को काटा जा रहा है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुतबिक 2015 से 2019 तक देश में लगभग 95 लाख पेड़ काट दिए गए। एक आंकड़े के मुताबिक, भारत में करीब 30 करोड़ मवेशी हैं। बायो-गैस के उत्पादन में उनके गोबर का प्रयोग कर हम 6 करोड़ टन ईंधन योग्य लकड़ी प्रतिवर्ष बचा सकते हैं।

कुल मिलाकर इस प्रकल्प के अभिनव प्रयोगों से यह तो ध्यान में आ ही जाता है कि गाय मानवता के लिए वरदान है। हमारी बदली हुई जीवनशैली में पुनः गाय का स्थान कैसे सुनिश्चित किया जाए, इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।

– लोकेंद्र सिंह

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: bio CNGbiogascowcow dung multiusecow dung productsdung manuregomatazero waste management

हिंदी विवेक

Next Post
नाम साधना क्या है…?

नाम साधना क्या है...?

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0